Friday, 20 September

बमाको (माली): यूक्रेन के खिलाफ ढाई वर्षों से चल रहे युद्ध के बीच, पुतिन सरकार को माली में बड़ा झटका लगा है। माली के उत्तरी तुआरेग क्षेत्र में विद्रोही गुटों के साथ संघर्ष में रूस की प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप के 84 सैनिक बेरहमी से मारे गए हैं। माली विद्रोहियों ने यह भी दावा किया है कि उन्होंने 47 माली सैनिकों को भी मार डाला है।

वैगनर ग्रुप, जो व्लादिमीर पुतिन की प्राइवेट आर्मी है, यूक्रेन में भीषण नरसंहार के लिए कुख्यात है और उसने हजारों यूक्रेनी नागरिकों को बेरहमी से मारा है। माली, एक पश्चिम अफ्रीकी देश है, जहां 2012 में विद्रोही गुटों ने सरकार के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया था। रूस, माली सरकार के समर्थन में अपने सैनिकों को विद्रोहियों के खिलाफ लड़ने के लिए भेजता रहा है।

गुरुवार को उत्तरी क्षेत्र में विद्रोही गुट ने दावा किया कि अल्जीरिया की सीमा के पास भीषण लड़ाई में उन्होंने वैगनर आर्मी के कम से कम 84 सैनिकों को मार डाला है। यह आंकड़ा जुलाई के आखिरी सप्ताह का है।

खतरनाक है रूस का वैगनर ग्रुप

दो साल पहले, पुतिन की प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप ने माली सरकार की मदद करने का फैसला लिया था और तब से वह विद्रोही गुटों के खिलाफ माली सैनिकों के साथ लड़ाई कर रहा है। हाल के महीनों में विद्रोही गुटों का वैगनर ग्रुप पर भारी पड़ना माली सरकार और पुतिन दोनों के लिए चिंताजनक है।

वैगनर ग्रुप को अत्याधुनिक हथियारों से लैस एक खतरनाक संगठन माना जाता है। यूक्रेन में युद्ध के दौरान इस ग्रुप ने भीषण नरसंहार किया है और कई रिपोर्टों में इसे यूक्रेनी शहरों को श्मशान बनाने का जिम्मेदार ठहराया गया है। वैगनर ग्रुप ने न केवल यूक्रेनियों का कत्ल किया, बल्कि उनके शवों के साथ भी अमानवीय व्यवहार किया।

माली में संघर्ष की स्थिति

माली में विद्रोही गुटों के साथ लड़ाई के दौरान वैगनर ग्रुप ने यह स्वीकार किया है कि उसे भारी नुकसान हुआ है। 29 जुलाई को वैगनर ग्रुप ने एक बयान में यह भी कहा था कि युद्ध में उन्हें बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा है। हालांकि, माली के अधिकारियों ने मरने वालों की संख्या बताने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्होंने यह स्वीकार किया कि विद्रोही गुटों के साथ लड़ाई में उन्हें भी भारी नुकसान हो रहा है।

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