शिवपुरी: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाते हुए, हाल ही में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फंसे लोगों की मदद के लिए तुरंत कदम उठाए। 15 अगस्त की रात को सिंध नदी में अचानक आई बाढ़ के चलते 12 लोग फंस गए थे, जिनमें एक चरवाहा और उसके मवेशी भी शामिल थे। जैसे ही इस घटना की जानकारी केंद्रीय मंत्री सिंधिया को मिली, उन्होंने तुरंत बचाव कार्यों के लिए निर्देश दिए।
हालांकि, तेज बहाव के कारण एसडीआरएफ की टीम तुरंत मौके पर नहीं पहुंच पाई। इस स्थिति में, पानी की गति कम होने का इंतजार किया गया और साथ ही हेलिकॉप्टर के जरिए रेस्क्यू करने की रणनीति पर भी विचार किया गया।
सिंध नदी के तेज बहाव में फंसे 12 लोगों का रेस्क्यू अभियान
यह घटना तहसील कोलारस के भड़ौता ग्राम की थी, जहां 15 अगस्त को सिंध नदी के पुल के पास 11 लोग रपटा पार करते समय तेज बहाव में फंस गए। प्रशासन द्वारा पुल के दोनों ओर चेतावनी और निषेध के बावजूद भी ये लोग पुल पार कर रहे थे। फंसे हुए लोगों में एक महिला और तीन नाबालिग बच्चे भी शामिल थे।
रात में ही एक महिला और दो पुरुषों को बचा लिया गया था, जबकि शेष 8 लोगों को आज सुबह 6:30 बजे सुरक्षित बाहर निकाला गया।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया का सहयोग: चरवाहे से बात कर दिलासा दिया
रेस्क्यू अभियान की सफलता के बाद, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चरवाहे से फोन पर बात की। उन्होंने चरवाहे का हाल-चाल जानने के बाद उसे दिलासा दिया और कहा, “मैं हूं ना, कुछ नहीं होने दूंगा।” इसके साथ ही उन्होंने मवेशियों की भी जानकारी ली, जो सुरक्षित बचा लिए गए थे। चरवाहे ने बताया कि मवेशी भी सुरक्षित हैं, लेकिन रात में उसे काफी डर लग रहा था।