Friday, 18 October

इंदौर: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने विजयदशमी के अवसर पर इंदौर, मध्य प्रदेश और समस्त देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि जिस प्रकार भगवान राम ने रावण का वध करके अधर्म का अंत किया, उसी प्रकार आज देश में न्याय, सद्भावना और अहिंसा के लिए काम करने वालों को राम का आशीर्वाद मिलना चाहिए। दुर्गाअष्टमी के अवसर पर कन्या पूजन को लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले भी कन्या पूजन किया है, जो एक पुरानी परंपरा है। शस्त्र पूजन पर कहा कि क्षत्रिय समुदाय इस परंपरा का पालन करता आ रहा है, और आज जो हिंसा फैलाते हैं, वे ही असल में रावण हैं।

मोहन भागवत के बयान पर दिग्विजय का जवाब: संविधान सभी का है
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि संविधान सभी के लिए है और पूरे देशवासियों को एक साथ रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वे सनातन धर्म का उल्लेख करते हैं, जो संपूर्ण विश्व को एक परिवार मानता है। सिंह ने कहा कि भारतीय संविधान और सनातन धर्म के सिद्धांत एक समान हैं। मुगलों और अंग्रेजों के शासनकाल में हिंदू धर्म खत्म नहीं हुआ, तो आज प्रधानमंत्री मोदी के शासन में हिंदू धर्म पर संकट का सवाल ही नहीं उठता।

गरबा में सभी का स्वागत: दिग्विजय का समावेशी दृष्टिकोण
इंदौर में गरबा के दौरान गैर-हिंदुओं पर पाबंदी को लेकर सिंह ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सभी का स्वागत होना चाहिए। उन्होंने बताया कि वे स्वयं ईद मिलन और होली मिलन में शामिल होते हैं। गरबा संस्कृति का हिस्सा है जो एकता का संदेश देती है और इसमें सभी धर्मों के लोगों का शामिल होना उचित है।

भोपाल ड्रग्स कांड पर गंभीर चिंता: युवाओं के लिए खतरे की घंटी
भोपाल में हुए ड्रग्स कांड पर टिप्पणी करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह युवाओं के लिए एक गंभीर खतरे का संकेत है। उन्होंने ड्रग्स, ऑनलाइन गेमिंग और शराब को युवाओं के भविष्य के लिए सबसे बड़े खतरे बताया। उन्होंने कहा कि इन बुरी आदतों से युवा तबाह हो रहे हैं और सरकार की नाक के नीचे ड्रग्स का कारोबार हो रहा है। सिंह ने इस मामले में राज्य पुलिस पर भरोसा न जताने के लिए गुजरात पुलिस के दृष्टिकोण पर भी चिंता व्यक्त की।

थानों में धार्मिक अनुष्ठान पर विचार
दिग्विजय सिंह ने कहा कि थानों में शस्त्र पूजन को लेकर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, परन्तु धार्मिक आयोजनों को किसी विशेष धर्म तक सीमित रखना अनुचित है। उन्होंने नरेला विधायक पर भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर कहा कि भाजपा द्वारा वहां सुंदर काण्ड करवाने का मकसद जांच से ध्यान भटकाना है। थानों में सभी धर्मों का सम्मान होना चाहिए और हर व्यक्ति को न्याय मिलना चाहिए, चाहे वह हिंदू, मुस्लिम, सिख या ईसाई हो।

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