अनूपपुर (दिलीप चौधरी)। गेवरा क्षेत्र में 12 अगस्त को हुए एक विशाल प्रदर्शन में हजारों श्रमिकों ने सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। गेट मीटिंग के रूप में आयोजित इस प्रदर्शन में श्रमिकों ने ‘एमडीओ मॉडल’, ‘शेयरिंग मॉडल’ और ‘फिक्स टर्म अपॉइंटमेंट’ जैसे मुद्दों पर गहरी चिंता जताई।
श्रमिक नेताओं ने कहा कि इन नीतियों से कोयला उद्योग में काम करने वाले मजदूरों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। ठेका श्रमिकों के शोषण पर भी प्रकाश डालते हुए श्रमिकों ने मांग की कि सरकार कोयला उद्योग को बचाने के लिए तत्काल कदम उठाए।
कमरेड जनाराम कर्ष के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में श्रमिकों ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे। गेवरा क्षेत्र, जो दुनिया में कोयला उत्पादन में दूसरे स्थान पर है, में इस तरह का प्रदर्शन बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।