टीकमगढ़: मोहनगढ़ तहसील के ग्राम पंचायत जगतनगर में सरपंच प्रतिनिधि, सचिव, रोजगार सहायक और इंजीनियर द्वारा बनाई जा रही सड़क विवादों में घिर गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क निर्माण का काम सरकारी नक्शे के अनुसार नहीं, बल्कि किसानों की निजी जमीन पर किया जा रहा है।
ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपा
रवि प्रताप सिंह, हरचरन गड़रिया, गुंचा धोबी सहित कई ग्रामीणों ने टीकमगढ़ जिला पंचायत सीईओ को ज्ञापन सौंपकर बताया कि गऊताल से माता मंदिर तक पंचायत द्वारा स्वीकृत रोड चार-पांच किसानों की निजी जमीन पर डाला जा रहा है, जबकि नक्शे में निर्माण कार्य दूसरी जगह दर्शाया गया है।
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायतकर्मियों द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर मनमाने तरीके से रास्ता बनाया जा रहा है। शासकीय नीतियों का उल्लंघन करते हुए यह निर्माण कार्य किया जा रहा है।
दबंगों का संरक्षण
ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच एक महिला आदिवासी हैं, जिनका काम पुष्पेन्द्र सिंह बुंदेला देखते हैं। बुंदेला दबंग प्रवृत्ति का व्यक्ति है और उसे राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। इस वजह से ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव और इंजीनियर उसके दबाव में काम करते हैं।
पहले भी हो चुके हैं फर्जीवाड़े
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत द्वारा पहले भी जितने भी निर्माण कार्य हुए हैं, वे केवल कागजों में ही दर्ज हैं। मौके पर कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ है और इन कार्यों की राशि फर्जी मस्टर चलाकर हड़प ली गई है।
किसानों ने मांगी न्याय
पीड़ित किसानों ने जिला पंचायत सीईओ से उचित कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मांग की है कि सड़क निर्माण कार्य को तुरंत रोकवाया जाए और किसानों की जमीन पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
यह मुद्दा ग्रामीणों में भारी रोष पैदा कर रहा है। लोगों का कहना है कि सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए दबंगों का संरक्षण पाना जरूरी हो गया है।
आगे क्या होगा?
यह देखना बाकी है कि जिला पंचायत सीईओ इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं। क्या किसानों को न्याय मिलेगा या दबंगों का प्रभाव ही कायम रहेगा?