Monday, 16 December

हरदा (शेख अफ़रोज़)। मध्य प्रदेश में ग्राम रोजगार सहायकों (GRS) के साथ दुर्व्यवहार, प्रताड़ना, झूठे आरोप, और जान से मारने की धमकी जैसी घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। हाल ही में खंडवा में एक ग्राम रोजगार सहायक की मौत के मामले ने हड़कंप मचाया था। अभी इस घटना के प्रभाव पूरी तरह समाप्त भी नहीं हुए थे कि अब हरदा जिले में भी ऐसी ही एक घटना सामने आई है। ग्राम पंचायत भगवानपुरा की महिला रोजगार सहायक मीता सोलंकी ने सिराली थाने में एक शिकायत दर्ज करवाई है, जिसमें उन्होंने ग्राम पंचायत निवासी आनंद यादव पर जान से मारने की धमकी देने और अन्य आरोप लगाए हैं। पुलिस की सुस्त कार्रवाई के चलते ग्राम रोजगार सहायक संघ ने अनुविभागीय अधिकारी खिरकिया को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है।

क्या है पूरा मामला?

हरदा जिले के खिरकिया विकासखंड के ग्राम पंचायत भगवानपुरा में कार्यरत महिला ग्राम रोजगार सहायक मीता सोलंकी ने आनंद यादव के खिलाफ सिराली थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत के अनुसार, आनंद यादव ने 9 अक्टूबर 2024 को मीता सोलंकी के साथ पंचायत भवन जाते समय रास्ता रोका, उनका हेडबैग छीना, गाली-गलौज की, और जान से मारने की धमकी दी। इस शिकायत पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई न होने के कारण ग्राम रोजगार सहायक संघ और सचिव संघ ने अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन देकर आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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ग्राम रोजगार सहायक संघ अनुविभागीय अधिकारी खिरकिया को ज्ञापन देते हुए

महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल

महिला ग्राम रोजगार सहायक मीता सोलंकी के साथ हुई इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना के बाद से ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव और ग्राम रोजगार सहायकों में डर का माहौल है। संघों ने स्पष्ट किया है कि यदि जल्द ही कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन करेंगे और इसके लिए प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार होगा।

ग्राम रोजगार सहायकों का महत्वपूर्ण योगदान

ग्राम रोजगार सहायक ग्रामीण विकास के विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यों में अपनी सेवाएँ देते हैं। वे महात्मा गांधी मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन जैसे योजनाओं के कार्यान्वयन में सहायक होते हैं। साथ ही, स्वास्थ्य, शिक्षा, और सामाजिक न्याय से जुड़े विभागों में भी इनका अहम योगदान रहता है। नीचे ग्राम रोजगार सहायकों द्वारा किए जाने वाले कुछ प्रमुख कार्यों की सूची दी गई है:

1. महात्मा गांधी मनरेगा

2. प्रधानमंत्री आवास

3. मुख्यमंत्री आवास

4. स्वच्छ भारत मिशन

5. वन विभाग

6. पेंशन योजनाएँ

7. आयुष्मान भारत योजना

8. मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल

9. खाद्य विभाग

10. सामाजिक न्याय विभाग

11. शिक्षा विभाग

12. निर्वाचन संबंधित कार्य

13. आनंद विभाग

14. राजस्व विभाग

15. स्वास्थ्य विभाग

16. कर्मकार मंडल विभाग

17. महिला बाल विकास

18. सामाजिक समग्र विभाग

19. योजना एवं आर्थिक सांख्यिकी विभाग

20. CM हेल्पलाइन

21. लोकसेवा गारंटी

22. पशुपालन विभाग

23. कृषि विभाग

24. उज्जवला योजना

25. बीमा योजनाएँ

26. PHE विभाग

27. प्रधानमंत्री जनमन योजना

28. मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना

29. विश्वकर्मा योजना

30. सर्वेक्षण कार्य

31. कैम्प संचालन

32. आपदा प्रबंधन

33. कोविड-19 टीकाकरण

34. लाडली बहना योजना

35. पंचायत दर्पण कार्य

36. ई-ग्राम स्वराज पोर्टल

37. GPDP कार्य

38. मिशन अंत्योदय

39. जन्म-मृत्यु कार्य

40. श्रम विभाग

संघों की मांग: प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा

ग्राम रोजगार सहायक संघ और सचिव संघ ने प्रशासन से मांग की है कि वे इस घटना की जल्द से जल्द जांच कर आरोपी पर उचित कानूनी कार्रवाई करें। उनका कहना है कि यदि इस मामले में ढिलाई बरती गई, तो प्रशासन को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। ग्रामीण विकास में ग्राम रोजगार सहायकों की भूमिका महत्वपूर्ण है, और उनके साथ दुर्व्यवहार न केवल कानून व्यवस्था के लिए खतरा है, बल्कि ग्रामीण विकास की दिशा में भी एक बड़ी बाधा है।

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