हरदा/खिरकिया,सारसुद। जिले के खिरकिया विकासखंड की ग्राम पंचायत सारसुद में स्थित शास.नवीन मा.शाला सारसुद सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के नाम पर छोटे बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। शाला के भवन की हालत खस्ताहाल हो चुकी है।
जगह जगह भवन में दरारें दिखाई दे रही,छत भी जगह-जगह टूट चूंकि, छत में लगा सरिया दिखाई देने लगा ,स्कूल भवन किसी भी वक्त धराशाई हो सकता है।
स्कूल भवन के नाम पर खंडहर भवन की छत भी सड़ चुकी है और कालम झुक गए हैं। आलम यह है कि हाथ लगाने मात्र से छत का मलबा ढह जाता है। बावजूद इसके जर्जर हो चुके भवन में ही स्कूल का संचालन किया जा रहा है।इस विषय मे जब डीपीसी हरदा से बात हुई तो उन्होंने इसके लिए जल्द ही वैकल्पिक व्यवस्था करवाने कि बात कही थी, लेकिन उसको भी लगभग 8 दिवस बीतने को है मगर अभी तक कोई व्यवस्था नही कि गई है लगातार होने वाली बारिश के चलते बच्चों के पालको,शिक्षको के मध्य भय का माहौल बना हुआ है।
अगर ऐसे में किसी बच्चे के साथ कुछ होनी अनहोनी हो गई तो इसके लिए जिम्मेदार कौन रहेगा शाला प्रमुख का कहना है हमने अपने वरिष्ठ कार्यालय में जर्जर भवन के विषय में कई बार पत्र लिखकर अवगत करा दिया है लेकिन अभी तक उसका कोई असर नहीं दिख रहा है वही सूत्रों की माने तो अधिकारी रसमअदायगी के लिए के लिए जांच करने पूर्व में पहले कभी आए थे उनके द्वारा हल्की-फुल्की रिपेयरिंग करने का आदेश देकर प्रधान पाठक को मामले की अनदेखी कर वहां से चलते बने वही ग्राम पंचायत सरपंच प्रतिनिधि संजय दुबे का कहना है, कि अगर जल्द से जल्द समस्या का निराकरण नहीं किया गया तो मेरे द्वारा इस मामले के विषय में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करवाया जाएगा।