हरदा (शेख अफ़रोज़): हंडिया रैसलपुर और झल्लार वन परिक्षेत्र में लाखों की सागौन लकड़ी चोरी कर काट ली गई, और वन विभाग को इसकी खबर तक नहीं लगी। ग्रामीणों का आरोप है कि यह अवैध कटाई वन विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से हो रही है। जयस के जिला अध्यक्ष राकेश ककोडिया ने बताया कि संगठन लंबे समय से जल, जंगल, जमीन, और पेड़ों को बचाने की बात करता आ रहा है।
यह घटना 4 अक्टूबर 2024 की रात ग्राम पंचायत रैसलपुर और झल्लार में हुई, जिसमें बड़ी मात्रा में सागौन काटी गई। ग्रामीणों के अनुसार, वन विभाग के कर्मचारियों को बार-बार ऐसे मामलों की सूचना दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। राकेश ककोडिया का कहना है कि वन कर्मचारी गांव में रहकर अपनी जिम्मेदारी निभाने के बजाय दूर रहते हैं, जबकि उन्हें इसके लिए लाखों का वेतन मिलता है। उन्होंने मांग की है कि ऐसे लापरवाह वन कर्मचारियों पर तुरंत कार्रवाई की जाए।