जानकारी के मुताबिक बलरामपुर जिले के त्रिकुंडा थाना अंतर्गत ग्राम बैकुंठपुर निवासी तीन वर्षीय सरिता सोमवार की सुबह घर में खेल रही थी। उसकी मां सावित्री पास ही काम कर रही थी। बालिका खेलते हुए अपनी दादी के कमरे में पहुंच गई। वहां शराब की बोतल एवं गिलास रखा हुआ था। बच्ची ने बोतल में रखी शराब को पानी समझकर पी लिया।
मां ने नहलाया, हो गई बेहोश
शराब पीने के बाद सरिता को नशा चढ़ने लगा तो वह अपनी मां के पास पहुंची एवं नहलाने के लिए कहा। थोड़ी देर में वह बेहोश हो गई। उसके मुंह से शराब की दुर्गंध आ रही थी। बच्ची के पिता रामसेवक ने अपनी मां के कमरे में जाकर देखा तो वहां शराब की बोतल एवं गिलास पड़ा हुआ था। गिलास में शराब भी पड़ी थी। सरिता को लेकर परिजन वाड्रफनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उपचार के दौरान उसकी हालत बिगड़ता देख उसे अंबिकापुर रेफर कर दिया। उसे सोमवार शाम अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में दाखिल कराया गया।
उपचार के दौरान मौत
मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भी सरिता की हालत में सुधार नहीं हुआ एवं मंगलवार दोपहर उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव का पीएम कराया एवं शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने परिजनों का बयान भी दर्ज किया है। मासूम की मौत से परिजन सदमें में हैं।