अलवर.
जयपुर एसीबी की टीम ने सोमवार देर शाम को अलवर पीएचईडी के एक्सईएन दिव्यांक त्यागी को डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी ने आरोपी की पेंट की जेब से रिश्वत की राशि बरामद की। यह कार्रवाई देर रात तक चली। उधर एक्सईएन के अम्बेडकर नगर स्थित मकान की तलाशी में 55 लाख रुपये से अधिक की नकदी और जेवर समेत दो प्लॉट के कागजात भी मिले हैं।
एसीबी के एएसपी बलराम सिंह ने बताया कि अलवर जलदाय विभाग के ठेकेदार विजय कुमार ने 14 सितंबर को शिकायत दी थी, जिसमें कहा गया था कि हसन खां मेवात नगर, सतही एनसीआर प्रथम कार्यालय में पदस्थ दिव्यांक त्यागी मालखेड़ा ब्लॉक के तीन गांवों में कराए गए कार्यों के करीब 1 करोड़ 24 लाख रुपये के बिल पास करने के एवज में ढाई लाख रुपये रिश्वत की मांग कर रहा है। इस मामले में वह 9 सितंबर को एक लाख रुपये एडवांस भी ले चुका है। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया, जिसके बाद योजनाबद्ध तरीके से ठेकेदार ने डेढ़ लाख की रकम सोमवार को देना तय किया। एक्सईएन ने ठेकेदार को रकम लेकर अम्बेडकर नगर के बस स्टैंड पर बुलाया, जहां ठेकेदार ने डेढ़ लाख रुपये एक्सईएन को सौंप दिए। जैसे ही वह रकम लेकर ठेकेदार की कार से उतरा, एसीबी ने उसे पकड़कर रिश्वत की राशि बरामद कर ली। इस कार्रवाई के बाद एसीबी ने एक्सईएन के घर की तलाशी ली, यहां उसे अलमारी , बेड और सोफे के नीचे प्लास्टिक के बैग से पांच-पांच सौ के नोटों की गड्डियां मिलीं, साथ ही लाखों के जेवर समेत दो प्लॉट के कागजात भी मिले हैं। इन नोटों की गिनती के लिए एसीबी को मशीन तक मंगवानी पड़ी। जयपुर एसीबी के डीएसपी बलराम मीणा ने बताया कि हाल ही में अलवर एसीबी की कार्रवाई फेल होने के कारण इस पूरी कार्रवाई से अलवर एसीबी को दूर रखा गया था।
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