गुना
जिले में एक एसआई का जुआ खेलते हुए वीडियो वायरल हो रहा है। एक तरफ तो पुलिस जुए को क्राइम मानती है और लोगों की धरपकड़ करती है। वहीं, दूसरी ओर पुलिस का खुद ही ताश खेलते हुए वीडियो वायरल हुआ है। सब इंस्पेक्टर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक सब इंस्पेक्टर वर्दी में जुआ खेलते नजर आ रहे है। इस वीडियो में अन्य लोग भी ताश के पत्तों का खेल खेलते दिख रहे हैं। यह मामला पुलिस विभाग के लिए एक गंभीर सवाल खड़ा करता है।
वर्दी में ताश खेलते वीडियो वायरल
पुलिस वाले पर यह काफी बड़ी परेशानी खड़ी करने वाला सवाल है। ड्यूटी के समय इस तरह की गतिविधियों में लिप्त होना कहां तक सही माना जाता है। वीडियो में सब इंस्पेक्टर स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि जे गेम खेंच से भी अच्छा गेम है, जा से दिमाग विकसित होता है। इसलिए खेलने आता हूं मैं। उनके सामने एक बायरलेस सेट रखा हुआ है। वह अन्य पुलिसकर्मियों के साथ जुआ खेलने में व्यस्त हैं। यह तस्वीर न केवल पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करती है बल्कि समाज में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल उठाती है।
ड्यूटी के वक्त जुआ का खेल
सबसे बड़ा सवाल यह है कि ड्यूटी टाइम में ताश के पत्ते जैसे बदनाम खेल खेलना कितना उचित है? पुलिसकर्मियों का मुख्य कार्य नागरिकों की सुरक्षा करना और कानून का पालन कराना है। ऐसे में इस प्रकार की गतिविधियां उनके पेशेवर आचरण पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है।
इस वीडियो के वायरल होने से स्थानीय समुदाय में पुलिस के प्रति विश्वास में कमी आ सकती है। यह घटना न केवल पुलिस विभाग के भीतर अनुशासन की कमी को दर्शाती है बल्कि यह भी दिखाती है कि किस प्रकार कुछ पुलिसकर्मी अपनी जिम्मेदारियों को नजरअंदाज कर रहे हैं, जिनसे पूरा पुलिस प्रशासन बदनाम होता है।
Source : Agency