Friday, 20 September

कोलकाता
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थिति आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कल देर रात अज्ञात बदमाशों ने जमकर तोड़फोड़ की। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो के दृश्य बांग्लादेश में हाल ही में हुए उपद्रव से मेल खाते हैं। आपको बता दें कि इसी अस्पताल में पिछले सप्ताह एक महिला ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था। डॉक्टर की रेप और हत्या की इस घटना के विरोध के बीच आधी रात को यह तोड़फोड़ हुई।

पुलिस के अनुसार, लगभग 40 लोगों का समूह कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों के रूप में अस्पताल परिसर में घुसा, संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिसकर्मियों को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। उसने बताया कि इस घटना में एक पुलिस वाहन और मौके पर मौजूद कुछ दोपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। एक अधिकारी ने बताया कि हिंसा में कुछ पुलिस अधिकारी घायल भी हुए हैं।

कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ‘‘ अस्पताल के बाहर पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं और उन्हें स्थिति से निपटने के निर्देश दिए गए हैं।’’ वायरल हो रहे वीडियो में आप भीड़ की संख्या साफ-साफ देख सकते हैं। वीडियो रिकॉर्ड करने वाला रेसिडेंट डॉक्टर उस घटना की जानकारी दे रहा है। वीडियो के मुताबिक, डॉक्टर ने कहा है कि हजारों की संख्या में भीड़ ने उनपर हमला कर दिया। डॉक्टर ने साफ आरोप लगाया कि भीड़ का मकसद सबूतों को नष्ट करना है। आपको बता दें कि ‘रीक्लेम द नाइट’ अभियान के तहत विरोध प्रदर्शन रात 11 बजकर 55 मिनट पर शुरू हुए। सोशल मीडिया के जरिए जोर पकड़ने वाला यह अभियान कोलकाता के कई ऐतिहासिक स्थलों सहित छोटे शहरों और बड़े शहरों के प्रमुख क्षेत्रों में फैल गया।

तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि उन्होंने आयुक्त से बात की और उनसे यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि ‘‘आज की हिंसा के लिए जिम्मेदार प्रत्येक व्यक्ति की पहचान की जाए, उसे जवाबदेह ठहराया जाए और अगले 24 घंटों के भीतर उसे कानून के दायरे में लाया जाए, भले ही उसकी राजनीतिक संबद्धता कुछ भी हो।’’ उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘आज रात आरजी कर में गुंडागर्दी और बर्बरता की सभी सीमाएं लांघ दी गईं। मैंने जन प्रतिनिधि के रूप में अभी सीपी कोलकाता से बात की।’’

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि यह तोड़फोड़ पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा भेजे गए तृणमूल के गुंडों ने की। अधिकारी ने एक्स पर लिखा, ‘‘ममता बनर्जी ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पास गैर-राजनीतिक विरोध रैली में तृणमूल के अपने गुंडों को भेजा है। वह सोचती हैं कि वह पूरी दुनिया में सबसे चतुर व्यक्ति हैं और लोग इस चालाक योजना को नहीं समझ पाएंगे कि प्रदर्शनकारियों के रूप में आने वाले उनके गुंडे भीड़ में शामिल होकर आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अंदर बर्बरता करेंगे।’’ अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने बदमाशों को सुरक्षित रास्ता दिया।

उन्होंने पोस्ट में कहा, ‘‘पुलिस ने उन्हें सुरक्षित रास्ता दिया। पुलिस कर्मी या तो भाग गए या दूसरी तरफ देखते रहे, ताकि ये बदमाश अस्पताल परिसर में घुस जाएं और उन क्षेत्रों को नष्ट कर दें जहां अहम सबूत हैं ताकि ये सबूत सीबीआई के हाथ न लगें।’’


Source : Agency

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