अलवर.
दिल्ली जयपुर हाईवे पर जिले के नीमराणा होटल में रंगदारी की मांग को लेकर फायरिंग करने वाले जालंधर पंजाब निवासी दोनों बदमाशों को स्थानीय बदमाशों ने रेकी करवाने के साथ ही फरारी कटवाने और हथियार उपलब्ध करवाए थे। पुलिस ने बताया कि फायरिंग करने वाले दोनों बदमाशों पुनीत शर्मा और नरेंद्र उर्फ लाली को दिल्ली से अड़ींद निवासी बदमाश सचिन उर्फ प्रवीण उर्फ धोलिया पुत्र सुखबीर और योगेश उर्फ मोनू पुत्र सत्यनारायण को चोरी की कार में बैठाकर लाए थे, जिन्हें जम्मू कश्मीर के श्रीनगर के एक होटल से हरियाणा एसटीएफ के सहयोग से कल रात को गिरफ्तार किया है।
वहीं, गिरफ्तार किए गए दोनों ही बदमाशों ने होटल में फायरिंग करने वाले बदमाशों को फायरिंग करने के बाद कार से ही दिल्ली में लेकर गए थे। दिल्ली में बदरपुर बॉर्डर के पास उनकी कार खराब हो गई तो बदमाशों ने फायरिंग करने वाले दोनों बदमाशों को गैंग के अन्य बदमाशों के साथ दूसरी कार में भेज दिया और खुद श्रीनगर चले गए, जहां से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। नीमराणा की एडिशनल एसपी ने बताया कि घटना के वक्त ही इन बदमाशो की पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से पहचान कर ली थी और घटना के बाद से ही पुलिस इनको तलाश कर कर रही थी। इनका पीछा भी किया जा रहा था लेकिन ये पुलिस को चकमा देकर इधर उधर भाग रहे थे। भागते भागते ये दोनों कश्मीर जा पहुंचे, जहां श्रीनगर में इनको पुलिस ने पकड़ लिया। एडिशनल एसपी ने बताया किबिस घटनावोर गैंग का पुरी तरह से खुलासा हो चुका है। उन्होंने बताया कि यह सारा घटनाक्रम रंगदारी वसूलने के लिए किया गया था। होटल के काउंटर पर इन बदमाशों ने एक पर्ची भी छोड़ी थी, जिसमें पांच लाख की रंगदारी मांगी गई थी। उस पर्ची में कौशल गैंग का नाम भी दिया हुआ था। यह घटना 8 सितंबर को हुई थी और पुलिस तभी से इस घटना को खोलने ओर गिरफ्तारी में जुटी हुई थी।
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