भोपाल
मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंगपुर ने आज नये वर्ष में विद्युत गृह से निकलने वाली फ्लाई ऐश का 100 वां रेल रैक रवाना कर महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। यह मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी की फ्लाई ऐश के सदुपयोग, रि-साईकिल व निबटारा करने की प्रतिबद्धता का परिचायक है। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंगपुर में चालू वित्तीय वर्ष में दिसंबर माह तक 102 फीसदी तक फ्लाई ऐश का सदुपयोग किया जा चुका है। बिरसिंगपुर से निकलने वाली फ्लाई ऐश का सदुपयोग सीमेंट व ईंट बनाने और सड़क निर्माण में किया जा रहा है।
फ्लाई ऐश का सदुपयोग कैसे बढ़ाया?
वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंगपुर का फ्लाई ऐश सदुपयोग 56 फीसदी था। फ्लाई ऐश का सदुपयोग, रि-साइकिल व निबटारे के लिए विभिन्न प्रयास किए गए। परिवहन लागत करने की दृष्टि से सीमेंट कंपनियों तक रेल से ऐश का परिवहन भी शामिल था। संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंगपुर में पूरी रेल रैक को खड़े करने के लिए पर्याप्त स्थान न होने के बावजूद विद्युत गृह के सिविल सेक्शन व फ्लाई ऐश यूटिलाइजेशन एन्ड डिस्पोजल सेक्शन के अथक प्रयास से 19 अगस्त 2023 को रेल से फ्लाई ऐश परिवहन शुरु कर चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया गया।
2.05 लाख मीट्रिक टन फ्लाई ऐश परिवहन
दो वर्षों से कम समय में अथक प्रयास के उल्लेखनीय परिणाम देखने को मिले। वित्तीय वर्ष 2023-24 में फ्लाई ऐश सदुपयोग 84 प्रतिशत तक बढ़ गया। वहीं चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 (दिसंबर 2024 तक) यह 102 प्रतिशत तक पहुंच गया। इस अवधि में बिरसिंगपुर ताप विद्युत गृह ने 2.05 लाख मीट्रिक टन फ्लाई ऐश का परिवहन 100 रेल रैक के माध्यम से किया। इस कार्य के संचालन के लिए वैगन टिपलर संभाग के पुराने लोको इंजन का जीर्णोद्धार विभागीय स्तर पर करते हुए इसे विशेष रूप से इसी कार्य के लिए तैयार किया और ऐश रैक के शंटिंग कार्य के लिए भी सुनिश्चितता व उपलब्धता बनाए रखी। इस अवसर पर कार्यक्रम में संजय गांधी ताप विद्युत गृह के अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्री एस. वैद्यनाथन, श्री केएल बिसाने, सभी अधीक्षण अभियंता, अभियंता व कार्मिक उपस्थित थे।
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