सुकमा
पालीगुड़ा-गुंडराजगुड़ेम मुठभेड़ के बाद सर्चिंग में तीन नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं. इनमें दक्षिण बस्तर डिवीजन एवं पीएलजीए बटालियन क्रमांक 1 का IED एक्सपर्ट महेश के साथ माडवी नवीन उर्फ कोसा एसीएम पश्चिम बस्तर, अलवम भीमा एसीएम जोनागुडा के रूप में पहचान हुई है.
माओवादी महेश वर्ष 2023 में बेदरे तथा वर्ष 2024 में जगरगुण्ड़ा क्षेत्र में हुये घटनाओं में भी मास्टर माइंड रहा है. महेश के साथ अन्य दोनों नक्सलियों पर कुल मिलाकर 18 लाख रुपए का इनाम था. नक्सलियों के शव के साथ घटनास्थल से 2 बीजीएल लांचर, एक 12 बोर रायफल सहित भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, नक्सल साहित्य एवं अन्य दैनिक उपयोगी सामान बरामद किया गया है.
पुलिस अधीक्षक सुकमा किरण चव्हाण ने बताया कि नक्सल विरोधी सर्च अभियान में 8 जनवरी को जिला सुकमा डीआरजी, एसटीएफ एवं 203, 204, 206 208 CoBRA तथा 241, 131 CRPF की संयुक्त पार्टी शीर्ष माओवादियों की उपस्थिति की आसूचना पर पालीगुड़ा-गुंडराजगुडेम क्षेत्र में रवाना हुई थी. अभियान के दौरान 9 जनवरी को सुबह 8 बजे ग्राम पालीगुड़ा- गुंडराजगुडेम के मध्य जंगल पहाड़ में सुरक्षा बलों एवं माओवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जो रूक-रूक कर चलती रही.
मुठभेड़ समाप्ति उपरांत सभी टीमों द्वारा सर्च करने पर तीन पुरुष हार्डकोर माओवादियों का शव हथियार सामग्री सहित बरामद हुआ. इनमें से पश्चिम बस्तर बीजापुर क्षेत्र निवासी कोरसा महेश पर 8 लाख रुपए, पश्चिम बस्तर बीजापुर निवासी माडवी नवीन उर्फ कोसा एसीएम पर 5 लाख और जोनागुड़ा थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा निवासी अवलम भीमा एसीएम पर भी पांच लाख रुपए का ईनाम था.
मारे गए हार्डकोर माओवादी डिप्टी कमाण्डर पूर्व में PLGA बटालियन नंबर 01 का सक्रिय सदस्य कोरसा महेश आईईडी एक्सपर्ट था, जो जिले के महत्वपूर्ण कई घटनाओं में शामिल था. इनमें 17 दिसंबर 2023 में जगरगुण्डा थाना क्षेत्रान्तर्गत कैम्प बेदरे के नजदीक सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर सुधाकर रेड्डी की हत्या की घटना में शामिल था.
इसके अलावा 23 जून 2024 को थाना जगरगुण्डा क्षेत्रान्तर्गत सिलगेर-टेकलगुड़ेम के मध्य तिमापुरम के पास सीआरपीएफ के ट्रक वाहन को आईईडी ब्लास्ट 02 सीआपीएफ के जवान की मृत्यु. 3 नवंबर 2024 को जगरगुण्डा के साप्तहिक बाजार में 2 पुलिसकर्मी पर जान लेवा हमला कर हथियार लूटने की घटना. और 28 दिसंबर 2024 को थाना पोलमपल्ली क्षेत्रान्तर्गत गोरगुण्डा एवं पोलमपल्ली के पास सुरक्षाबलों को बड़ा नुकसान पहुंचाने आईईडी प्लांट करने में मास्टर माइंड था.
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि वर्ष 2024 में नक्सल विरोधी अभियान में प्राप्त बढ़त को आगे बरकरार रखते हुए वर्ष 2025 में भी प्रतिबंधित और गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध अभियान जारी है. बीते छह दिनों में आठ हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किए गए. इसके साथ सुरक्षा बल द्वारा मजबूत मनोबल एवं स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास हेतु समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है.
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