ग्वालियर
SAF जवानों से गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने की शिकायत पर पुलिस ने RTI एक्टिविस्ट के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. इससे पहले भी एसएएफ में कई जवानों ने आरटीआई कार्यकर्ता के खिलाफ शिकायतें की थी. पुलिस ने अब जवान की शिकायत पर इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
दरअसल, ग्वालियर के न्यू आवासीय परिसर 13 बटालियन में रहने वाले रामू सिंह कुशवाह ग्वालियर एसएएफ में पदस्थ हैं. मूल रूप से भिंड जिले के रहने वाला रामू ने पुलिस को बताया कि साल 2022 में उनकी ड्यूटी आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी की सुरक्षा में लगाई थी. उनके साथ ही एएसआई सर्वेश शर्मा, आरक्षक नंदकिशोर बोहरे और योगेंद्र सिंह भी पीएसओ के रूप तैनात थे. इसी दौरान आरटीआई एक्टिविस्ट उनका सार्वजनिक अपमान कर गाली-गलौज करते थे.
रामू कुशवाह और उसके साथी चार से पांच माह आरटीआई एक्टिविस्ट की सुरक्षा में तैनात थे. इस दौरान आरटीआई एक्टिविस्ट उनसे घरेलू काम करते थे और न करने पर अपमानित किया करते थे, जिससे वह प्रताड़ित रहे और उनकी सामाजिक छवि धूमिल हुई. इतना ही नहीं जब बाइक में पेट्रोल नहीं होता था तो पेट्रोल भरवाने की बोलने पर आरटीआई एक्टिविस्ट ने उन्हें पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की धमकी दी थी. उनकी ड्यूटी आशीष चतुर्वेदी की सुरक्षा की थी, लेकिन वह उन्हें जबरन परिजनों के साथ भेजता था और परिजन भी उनको अपमानित करते थे.
इसकी शिकायत उन्होंने पहले अफसरों से भी की थी, लेकिन उनकी ड्यूटी पुलिस मुख्यालय से लगाई गई थी. इसलिए शिकायत के बाद भी उनकी ड्यूटी आशीष की सुरक्षा में ही रही. साथ ही उसे लगातार उसकी नौकरी खाने और वर्दी उतरवाने की धमकी दिया करते थे. दो दिन पहले इस घटना के ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मामले को संज्ञान में लिया. एसएएफ जवानों की शिकायत पर आईटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी के खिलाफ धारा 506, 294, 353 के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
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