Saturday, 21 September

भोपाल  

पितृपक्ष की शुरुआत के साथ ही सर्राफा बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। वाराणसी के बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आई है। आइए जानें इस बदलाव के बारे में विस्तार से।

सोने की कीमतों में गिरावट
18 सितंबर, बुधवार को सोने की चमक कुछ फीकी पड़ी। बाजार खुलते ही सोने के दाम में 170 रुपये प्रति 10 ग्राम तक की गिरावट देखी गई। यह गिरावट विभिन्न कैरेट के सोने में अलग-अलग रही:

 24 कैरेट सोना:
नई कीमत: 75,040 रुपये प्रति 10 ग्राम
पिछली कीमत (17 सितंबर): 75,210 रुपये प्रति 10 ग्राम
गिरावट: 170 रुपये

 22 कैरेट सोना:
नई कीमत: 68,800 रुपये प्रति 10 ग्राम
पिछली कीमत: 68,950 रुपये प्रति 10 ग्राम
गिरावट: 150 रुपये

 18 कैरेट सोना:
नई कीमत: 56,290 रुपये प्रति 10 ग्राम
पिछली कीमत: 56,420 रुपये प्रति 10 ग्राम

गिरावट: 130 रुपये
चांदी की कीमत में भारी गिरावट
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमत में भी बड़ी गिरावट देखी गई

नई कीमत: 92,000 रुपये प्रति किलो
पिछली कीमत (17 सितंबर): 93,000 रुपये प्रति किलो
गिरावट: 1,000 रुपये प्रति किलो
कीमतों में उतार-चढ़ाव का कारण

सर्राफा बाजार में सोने-चांदी की कीमतों में रोजाना बदलाव देखने को मिलता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं:

1. टैक्स में बदलाव
2. उत्पाद शुल्क में परिवर्तन
3. अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव
4. स्थानीय मांग और आपूर्ति

सोने की खरीदारी में सावधानियां

सोने की खरीदारी करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए:
1. सोने की शुद्धता की जांच करें
2. हॉलमार्क वाले सोने को प्राथमिकता दें
3. 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है
4. ज्वेलरी के लिए 18 से 22 कैरेट सोना उपयुक्त होता है

भविष्य में कीमतों का अनुमान

छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध सर्राफा कारोबारी तिलोकचंद बरडिया के  अनुसार, सितंबर के तीसरे सप्ताह में सोने-चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया है लेकिन निकट भविष्य में सोना और चाँदी के भाव निश्चित ही बढ़ेंगे।

पहले दो दिन कीमतें बढ़ीं

तीसरे दिन गिरावट आई

आने वाले दिनों में कीमतों में और गिरावट की संभावना

पितृपक्ष का प्रभाव
पितृपक्ष के दौरान सोने-चांदी की खरीदारी पर कुछ प्रतिबंध होते हैं। इस दौरान लोग आभूषणों की खरीद से बचते हैं, जिसका असर कीमतों पर पड़ सकता है। यह गिरावट इसी का एक संकेत हो सकता है।

सर्राफा बाजार में कीमतों का उतार-चढ़ाव एक सामान्य प्रक्रिया है। पितृपक्ष के दौरान देखी गई यह गिरावट अस्थायी हो सकती है। खरीदारों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार की स्थिति को ध्यान से देखें और सही समय पर ही खरीदारी करें। साथ ही, सोने-चांदी की शुद्धता और प्रमाणीकरण पर विशेष ध्यान दें।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सोने और चांदी की कीमतें लगातार बदलती रहती हैं। इसलिए, निवेश या खरीदारी से पहले हमेशा नवीनतम कीमतों की जानकारी लेना और विशेषज्ञों की सलाह लेना उचित रहता है। इस तरह, आप अपने निवेश को सुरक्षित रख सकते हैं और बाजार के उतार-चढ़ाव का लाभ उठा सकते हैं।


Source : Agency

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