Saturday, 21 September

उज्जैन
मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले की खाचरौद थाना पुलिस ने बैंक ऑफ इंडिया की एटीएम से करीब 23 लाख रुपये चोरी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनका चोरी का तरीका असामान्य था। आरोपियों में से एक ने आईटी में एमएससी किया है। उसने अपने इसी तकनीकी ज्ञान का दुरुपयोग किया और एटीएम केबिन में लगी डिपाजिट मशीन में पासवर्ड डालकर केवल डेढ़ मिनट में रुपये चुरा लिए थे।

एटीएम की तकनीक टीम से जुड़ा था आरोपी
यह आरोपी एटीएम की तकनीकी टीम में भी शामिल है। उसने 26 जुलाई को एटीएम में नोट भरने के दौरान बैंक कर्मियों को पासवर्ड डालते देख लिया था। इसके बाद वह 28-29 जुलाई की मध्यरात्रि अपने साथी के साथ पहुंचा था। हेलमेट व रेनकोट पहनकर वह अंदर घुसा और सीसीटीवी कैमरे पर काले रंग का स्प्रे कर दिया। इसके बाद मात्र डेढ़ मिनट में उसने मशीन खोली और रुपये निकालकर दोस्त के साथ चंपत हो गया।
उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया- बैंक ऑफ इंडिया खाचरौद के शाखा प्रबंधक नीलकमल ने शिकायत की थी कि बैंक डिपाजिट मशीन के अंदर पासवर्ड वाला दरवाजा खोलकर अज्ञात चोर चार कैसेट एवं करीब 23 लाख रुपये चुरा ले गए।

पुलिस जांच में पता चला कि 28-29 जुलाई की मध्य रात्रि करीब एक से दो बजे के बीच एक बाइक पर दो लोग आए थे। दोनों ने काले रंग का हेलमेट व रेनकोट पहन रखा था। एक बदमाश ई गैलरी के बाहर खड़ा होकर नजर रख रहा था, तो दूसरा अंदर चला गया। उसने ई गैलरी के सारे कैमरों को काले रंग से स्प्रे कर मशीन से 23 लाख रुपये चुराए तथा मशीन में लगी वे चार कैसेट ले गया, जिनमें रुपये रखे रहते हैं।

पुलिस को इस बात की थी शंका
इतनी तेजी से मशीन खोले जाने पर पुलिस को शंका हुई कि वारदात में कोई जानकार ही शामिल है। इस पर पुलिस ने मशीन से जुड़े सभी कर्मचारियों की जानकारी खंगाली, तो पता चला कि मशीन की तकनीकी टीम से जुड़ा रितुराज सिंह पंवार 26 जुलाई को बैंक अधिकारियों के साथ ई-गैलरी में आया था। संदेह होने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। कठोर पूछताछ में उसने अपने साथी शुभम पुत्र अर्जुन जोशी के साथ मिलकर वारदात करना स्वीकार किया। दोनों ने चोरी किए गए रुपये नलखेड़ा (जिला आगर) में अपने रिश्तेदार के यहां रखना बताया। पुलिस ने रुपये व बाइक जब्त कर ली।


Source : Agency

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