नईदिल्ली
पाकिस्तान में होने वाली एससीओ समिट में भारत की ओर से हिस्सा लेने विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर जाएंगे. वहां की राजधानी इस्लामाबाद में यह बैठक 15-16 अक्टूबर, 2024 को होगी, जिसमें एस जयशंकर ही इंडिया का प्रतिनिधित्व करेंगे. इस बात की जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार (04 अक्टूबर) को दी.
विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर फिलहाल श्रीलंका के दौरे पर हैं, वहां पर उन्होंने श्रीलंका के राष्ट्रपति और विदेश मंत्री से मुलाकात की है. एबीपी न्यूज़ के सवाल क्या ये दौरा पाकिस्तान से रिश्ते सुधारने के तौर पर देखा जाए? इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि विदेश मंत्री का इस्लामाबाद जाना SCO को लेकर है. इससे ज़्यादा इस बारे में ना सोचा जाए.
पड़ोसी पहले की नीति पर हो रहा काम
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इन दिनों पड़ोसी प्रथम की नीति पर काम हो रहा है और इसी नीति पर हम आगे बढ़ रहे हैं. मालदीव के राष्ट्रपति 7 अक्टूबर से भारत दौरे पर आ रहे हैं. वो दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु का भी दौरा करेंगे. यह उनकी पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी.
इजरायल-ईरान संघर्ष पर क्या है भारत का रुख?
एबीपी न्यूज़ के सवाल पर कि क्या भारत तनाव को कम करना का प्रयास करेगा? इस पर रणधीर जायसवाल ने कहा कि ईरान-इजरायल तनाव में सभी पक्ष संयम से काम लें. इस हालात में आम लोगों की सुरक्षा आवश्यक है. सभी मामलों को बातचीत से सुलझाया जाए.
क्या है SCO का महत्व?
शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन से पहले मंत्रिस्तरीय वार्ता और वरिष्ठ अधिकारियों की कई दौर की बैठकें होंगी। इसमें सदस्य देशों के बीच वित्तीय, आर्थिक, सामाजिक-सांस्कृतिक और मानवीय सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। आपको बता दें कि SCO भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान का एक प्रभावशाली आर्थिक व सुरक्षा समूह है।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने कहा था कि 15-16 अक्टूबर को होने वाली बैठक में भाग लेने के लिए सदस्य देशों के प्रमुखों को निमंत्रण भेजा गया है. इसी के तहत भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निमंत्रण भेजा गया है. उन्होंने कहा कि कुछ देशों ने पहले ही बैठक में भागीदारी की पुष्टि कर दी है, जिसके बारे में उचित समय पर जानकारी दी जाएगी.
वरिष्ठ अधिकारियों के बीच होंगी कई दौर की बैठकें
बता दें कि इस्लामाबाद में होने वाले इस समिट से पहले मंत्रिस्तरीय बैठक और वरिष्ठ अधिकारियों की कई दौर की बैठकें होंगी जो SCO सदस्य देशों के बीच वित्तीय, आर्थिक, सामाजिक-सांस्कृतिक और मानवीय सहयोग पर केंद्रित होंगी. SCO में भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं,
भारत ने पिछले साल की थी मेजबानी
भारत ने पिछले साल वर्चुअल मोड में आयोजित SCO शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी और इसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ऑनलाइन हिस्सा लिया था. हालांकि पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी गोवा में SCO विदेश मंत्रियों की परिषद की 2 दिवसीय बैठक में भाग लेने के लिए मई 2023 में भारत आए थे, जो लगभग 12 वर्षों में भारत का दौरा करने वाले पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्री थे.
भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों का एक लंबा इतिहास रहा है, जिसका मुख्य कारण कश्मीर मुद्दा और पाकिस्तान से होने वाला सीमा पार आतंकवाद है. भारत ये कहता रहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध चाहता है.
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