मुंबई
शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने अपनी दिल्ली यात्रा के उद्देश्य, अजित पवार की उपमुख्यमंत्री पद पर स्थिति और बदलापुर में कथित मुठभेड़ पर विचार प्रकट किए। संजय राउत ने अपने दिल्ली यात्रा को लेकर कहा कि वह दिल्ली केवल पार्टी के काम के लिए जा रहे हैं, न कि सीट शेयरिंग की चर्चा के लिए। मैं आज पार्टी के काम से दिल्ली जा रहा हूं। लेकिन इतना जरूर है कि एमवीए में बड़े आराम से और जल्द सीट शेयरिंग होनी चाहिए।
अजित पवार की उपमुख्यमंत्री पद पर स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अजित पवार अब प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। लेकिन, इस बार के चुनाव के बाद वह विधायक भी रहेंगे या नहीं, यह भी नहीं पता, क्योंकि राज्य की जनता उनसे त्रस्त है। बदलापुर में हुए कथित मुठभेड़ पर राउत ने कहा कि सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के बीच सिंघम बनने की होड़ लगी है। प्रदेश में ऐसा पहली बार हो रहा है। हत्या का श्रेय लेने की यह दोनों कोशिश कर रहे हैं। नागपुर में महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बीते एक साल में फडणवीस के गृह शहर नागपुर में महिलाओं पर अत्याचार और बलात्कार के 100 मामले दर्ज हुए। इस सभी मामले में शामिल आरोपियों का एनकाउंटर करिए, हम उसका समर्थन करेंगे।
राउत ने कहा कि बदलापुर के आरोपी के मामले में जो स्कूल है, वह भाजपा और आरएसएस से जुड़े लोगों का है। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें बचाने के लिए उसका एनकाउंटर किया गया, जबकि अब अदालत भी इसे एनकाउंटर नहीं मान रही, आदालत ने कहा है कि यह एनकाउंटर झूठ लग रहा है। राजनीति के चलते यह एनकाउंटर किया गया है। आपको बताते चलें, इससे पहले भी राउत ने इस मुद्दे पर कहा था कि जो हत्या या मुठभेड़ हुई है, वह मुख्य आरोपी (स्कूल प्रबंधन) को बचाने के लिए की गई। यह कैसे संभव है कि एक सफाईकर्मी एक पुलिस कर्मी से बंदूक छीन ले और फिर ताबड़तोड़ गोलीबारी करे? यह एक बुनियादी सवाल है।
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