श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे मंगलवार को आने वाले हैं, लेकिन उससे पहले एग्जिट पोल के अनुमानों ने हलचलें तेज की हैं। ज्यादातर एग्जिट पोल्स में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन को 35 से 40 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है, वहीं भाजपा के करीब 25 से 28 सीटों पर ही रुकने का प्लान है। 90 सीटों वाली विधानसभा में यदि कांग्रेस और एनसी का गठबंधन 40 सीटें भी ले आता है तो भले ही यह उनके लिए बड़ी सफलता हो, लेकिन सरकार बनाने से वे दूर रहेंगे। ऐसी स्थिति में किंग से ज्यादा किंगमेकर अहम हो जाएगा और वह हो सकती हैं, महबूबा मुफ्ती।
वह पहले भी भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना चुकी हैं, लेकिन आर्टिकल 370 हटने के बाद से ही उनकी भाजपा से दूरी लगातार बढ़ती गई है। फिलहाल वह भाजपा के खिलाफ ही लड़ती रही हैं। कांग्रेस और एनसी के साथ गठबंधन पर उन्होंने चुप्पी ही रखी है, लेकिन भाजपा के मुकाबले इन लोगों के साथ जाना वह सही समझ सकती हैं। फिर भी इसकी वह कीमत लेना चाहेंगी। यदि एनसी और कांग्रेस मिलकर 40 सीट भी लाए तो बहुमत से 6 सीट दूर होंगे और इतनी ही सीट यदि पीडीपी ले आई तो किंगमेकर बन जाएगी।
अब यह भाजपा की स्थिति पर निर्भर करेगा कि पीडीपी कैसे बारगेन करती है। यदि भाजपा भी अच्छे नंबर लाई तो फिर पीडीपी उसका डर दिखाकर बड़ी कीमत ले सकती हैं। यहां तक कि कांग्रेस और एनसी पर वह सीएम बनाने का भी दबाव बना सकती हैं। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए भी उनकी मांगों को खारिज करना आसान नहीं होगा। ऐसा इसलिए कि निर्दलियों के साथ सरकार बनाने से बेहतर है कि पीडीपी को ही साथ लिया जाए। ऐसे में देखना कि महबूबा मुफ्ती को कितनी सीटें मिलती हैं और भाजपा बहुमत के आंकड़े से कितना दूर रहती है।
इस बीच भाजपा ने एक बार फिर सरकार बनाने लायक सीटें पाने का दावा किया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा कि उनकी पार्टी 35 सीट जीतकर क्षेत्र में एकमात्र सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी और भाजपा समान विचारधारा वाले दलों एवं निर्दलीयों की मदद से सरकार बनाएगी रैना ने कहा कि पुनर्गठन अधिनियम के अनुसार उपराज्यपाल द्वारा पांच विधायकों का मनोनयन किया जा रहा है।
भाजपा नेता ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘हमें भरोसा है कि जम्मू-कश्मीर में 35 सीटें जीतेंगे और निर्दलीय एवं समान विचारधारा वाले समूहों के सहयोग से हम सरकार बनाने के लिए बहुमत के आंकड़े 50 को पार कर जाएंगे। निर्दलीय एवं समान विचारधारा वाले समूहों के उम्मीदवारों के करीब 15 सीटें जीतने की उम्मीद है।’ उन्होंने कहा, ‘लोगों ने विकास और शांति के हमारे दृष्टिकोण का समर्थन करते हुए हमें वोट दिया है।’
Source : Agency