भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची आते ही चंबल से बगावत शुरू हो गई है। भाजपा के प्रदेश मंत्री सबलगढ़ के रणवीर रावत दावेदारी कर रहे थे, लेकिन उनकी जगह पार्टी ने सरला रावत को टिकट दे दिया। इस पर रणवीर रावत के बेटे आदित्य रावत ने सोशल मीडिया पर बगावती तेवर दिखाए हैं। आदित्य ने ट्वीट कर लिखा कि 20 साल पार्टी के लिए दिन रात एक कर दिया, इसके बाद भी हम में योग्यता नहीं दिखी।
बेटे का सोशल मीडिया पर छलका दर्द
पिता का टिकट कट जाने का गहरा धक्का रणवीर रावत के बेटे आदित्य रावत को लगा। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसके खिलाफ पोस्ट कर दी। वरिष्ठ नेताओं को टैग करते हुए वायरल कर दी। आदित्य रावत की पोस्ट भाजपा नेतृत्व तक पहुंची, तो पार्टी में खलबली मच गई।
बगावत पर केन्द्रीय मंत्री बोले- यह घर का मामला
केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का कहना था कि यह हमारे घर का मामला है। घर में ही सुलझा लेंगे। जब रणवीर रावत से सवाल किया तो उन्होंने सफाई दी कि जो पोस्ट डाली गई थी, वो मेरे संज्ञान में आते ही उसको डिलीट कर दिया गया है। मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं। पार्टी ने बहुत कुछ दिया है। पार्टी हमारी माँ है। मैं पार्टी के साथ था, हूं और खड़ा रहूंगा। हम सबको मिलकर पार्टी को विजयी बनाना है।