Sunday, 12 January

जयपुर।

राज्य के पंचायती राज एवं शिक्षा मंत्री श्री मदन दिलावर ने कहा है कि शिक्षा में संस्कारों का समावेश बहुत जरूरी है। शिक्षा के साथ-साथ यदि व्यक्ति में संस्कार नहीं आते हैं तो फिर डिग्रियां व्यर्थ हैं। शिक्षा मंत्री दिलावर रतनगढ़ के श्री हनुमान बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के एक सौ वर्ष पूर्ण होने पर विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने विद्यालय संचालन के लिए जालान परिवार की सराहना करते हुए कहा कि आज से सौ वर्ष पहले जब पुरुष भी बहुत कम पढ़ते थे, बालिका शिक्षा के लिए इस  तरह का संस्थान खड़ा करना और इस तरह का वातावरण निर्माण करना जालान परिवार की दूरदर्शितापूर्ण सोच का परिचायक है। उन्होेंने जालान परिवार द्वारा शिक्षा, चिकित्सा, समाज सेवा के क्षेत्र में किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि परोपकार में धन खर्च करने से हमारे धन में और अधिक इजाफा होता है, ईश्वर की कृपा ऎसे दानी व्यक्ति को प्राप्त होती है। धन को हमेशा चलायमान रहना चाहिए। उन्होेंने कहा कि केवल किताबों से संस्कार नहीं आते हैं। अभिभावकों, शिक्षकों के आचरण से बच्चों में संस्कार आते हैं, इसलिए उन्हें अपने आचरण में सावधानी रखनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने गो-संरक्षण, जैविक खेती, पॉलिथिन का उपयोग नहीं करने तथा अधिकाधिक पेड़ लगाने का आह्वान किया और कहा कि गायों को निराश्रित छोड़ने से सड़क दुर्घटनाओं में लोग मरते हैं तथा गायों की भी मृत्यु होती है। गाय को निराश्रित नहीं छोड़ना चाहिए। शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के शैक्षणिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में समुचित प्रयास किए जा रहे हैं। विद्यालयों के विकास एवं शैक्षणिक व्यवस्था में बेहतरीन के लिए अनेक सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने गांवों एवं शहरों में स्वच्छता बनाए रखने का आह्वान किया और कहा कि सरकारी कार्यों में भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और वित्तीय अनियमितता पाए जाने पर जिम्मेदार सरकारी कार्मिकों की जेब से वसूली की जाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में राजस्थान सबसे साफ-सुथरा हो और विकास की ओर अग्रसर हो, इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने चाहिए। पूर्व मंत्री राजकुमार रिणवां ने कहा कि आज से 100 साल पहले बालिका शिक्षा का विचार करना अपने आप में बहुत बड़ी बात है। बालिका शिक्षा समय की जरूरत है। बालिकाएं दो कुलों को पवित्र करती हैं। सूरजमल जालान क्षेत्र में शिक्षा की नदी लाने वाले भागीरथ हैं, जिनके प्रयासों से बालिका शिक्षा में इतना बड़ा काम हुआ है। इससे पूर्व जालान परिवार के भरत कुमार जालान ने मंत्री दिलावर व अतिथियों का स्वागत किया। बालिकाओं की ओर से जोरदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत ‘ये रामायण है पुण्य कथा श्रीराम की’ के भव्य मंचन ने अतिथियों व आगंतुकों का मन मोह लिया। शिक्षा मंत्री सहित अतिथियों ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली प्रतिभावान बालिकाओं का सम्मान किया।

गाड़िया लोहार परिवारों ने किया अभिनंदन—
कार्यक्रम के दौरान गाड़िया लोहार परिवारों की ओर से राज्य के हजारों घुमंतू परिवारों को निःशुल्क पट्टा दिलवाए जाने पर पंचायती राज मंत्री दिलावर का अभिनंदन किया गया। गाड़िया लोहार प्रतिनिधियों ने गाड़िया लोहार परिवार की काष्ठ प्रतिकृति उन्हें सौंपी। इस दौरान मंत्री दिलावर ने कहा कि 21 हजार परिवारों को राज्य सरकार द्वारा पट्टे प्रदान किए गए हैं। बसंत पंचमी के आसपास इतने ही अन्य परिवारों को पट्टे दिए जाएंगे। सभी परिवारों को पीएम आवास योजना में मकान बनाकर दिए जाने का प्रयास किया जाएगा।

देराजसर में सफाई व्यवस्था का आकस्मिक निरीक्षण—
पंचायती राज एवं शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अपनी रतनगढ़ यात्रा के दौरान शनिवार को देराजसर ग्राम का आकस्मिक निरीक्षण किया और सफाई व्यवस्था समुचित नहीं पाए जाने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने ग्रामीणों से साफ-सफाई व्यवस्था को लेकर पूछताछ की और ग्रामीणों के फीडबैक पर बीडीओ से कहा कि सफाई की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए तथा गांवों में कीचड़ की स्थिति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गांवों में जरूरत के मुताबिक सोखता गढ्ढे बनवाए जाएं और समुचित सफाई व्यवस्था के लिए ग्राम विकास अधिकारी को पाबंद करें।


Source : Agency

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