बेंगलुरू/जयपुर।
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि देश और समाज के उत्थान में हर व्यक्ति की भूमिका अहम है। समाज में शांति, न्याय और सद्भावना को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ हमारी जिम्मेदारी है कि हम हर क्षेत्र में प्रगति की दिशा में कदम बढ़ाते रहें।
उन्होंने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने हमें विकास के साथ विरासत का संरक्षण करने की प्रेरणा दी है। हमें उनके दिखाए मार्ग का अनुसरण करते हुए हमारे पूर्वजों की दी हुई सांस्कृतिक विरासत को संजोने के साथ मजबूत भी करना चाहिए। शर्मा कर्नाटक के बेंगलुरू में सुवर्णा समब्रह्म और 11वें राज्य स्तरीय ब्राह्मण सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अखिल कर्नाटक ब्राह्मण महासभा जन सेवा के कार्यों से अपने ध्येय ‘सर्वे जना सुखिनो भवन्तु’ को चरितार्थ कर रही है। यह वेदों और शास्त्रों का पारायण, नित्यकर्मों का पालन और सामाजिक आयोजनों के माध्यम से सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य कर रही है। हमारे प्राचीन ज्ञान को जीवित रखने का यह एक महत्वपूर्ण प्रयास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्राह्मण समाज हमारी सामाजिक और सांस्कृतिक धारा को दिशा देने वाला महत्वपूर्ण स्तंभ रहा है। यह वह समाज है जो पूरे राष्ट्र को दिशा देने का काम करता है।
राजस्थान और कर्नाटक सांस्कृतिक विरासत के लिए विख्यात
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह राजस्थान अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए देश- दुनिया में जाना जाता उसी तरह कर्नाटक भी अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए विख्यात है। उन्होंने कहा कि शास्त्रों के अनुसार भगवान परशुराम ने कर्नाटक के कोंकण तट का निर्माण किया था, इसलिए इसे परशुराम सृष्टि कहा जाता है। यह सृष्टि हरे-भरे पश्चिमी घाटों, खूबसूरत समुद्री तटों और मन को मोह लेने वाले दृश्यों, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक स्थलों से समृद्ध है। श्री शर्मा ने कहा कि कर्नाटक संगीत पूरी दुनिया के शास्त्रीय संगीत में अपनी एक विशिष्ट पहचान रखता है। यह शहर सिलिकॉन वैली के रूप में आईटी और स्टार्टअप के मामले में दुनिया के प्रमुख केंद्रों को भी टक्कर दे रहा है। मैं राजस्थान और कनार्टक के सांस्कृतिक आदान-प्रदान को और अधिक मजबूत करने के लिए आप सभी को राजस्थान आने के लिए आमंत्रित करता हूं।
राज्य सरकार धार्मिक आस्था और संस्कृति का कर रही संरक्षण
श्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान में हमारी सरकार धार्मिक आस्था और संस्कृति के संरक्षण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। खाटूश्यामजी मंदिर को भव्यता प्रदान करने के लिए 100 करोड़ रुपये राशि के कार्य तथा 20 प्रमुख मंदिरों और आस्था धामों में भी विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान का हर कोना, अपनी समृद्ध धरोहर, प्रकृति, संस्कृति और विविधताओं का दर्शन करवाता है। उन्होंने उद्यमियों को निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने निवेशकों के लिए एक ऐसा माहौल तैयार किया है जहां उन्हें हर संभव सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान उत्पादों और सेवाओं के लिए एक बड़ा बाजार है, जहां कुशल श्रम शक्ति के साथ ही उत्तर और पश्चिम भारत के प्रमुख बाजारों से सीधा जुड़ाव है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी देश के हर समाज के वंचितों के उत्थान के लिए संकल्पित भाव से काम कर रहे हैं, ताकि विकसित भारत का संकल्प सही मायने में पूरा हो सके। उनके इस संकल्प को पूरा करने के लिए हम सब को मिलकर काम करना है। उन्होंने कहा कि समाज के हर तबके को साथ लेकर चलने से हम हमारे राष्ट्र को मजबूत बना सकते हैं।
कार्यक्रम में अखिल कर्नाटक ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष श्री अशोक हर्नाहल्ली सहित महासभा के अन्य पधाधिकारीगण, संत-महात्मा तथा बड़ी संख्या में विप्र समाज के लोग उपस्थित रहे।
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