जयपुर
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बताया की अगर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुसलमान समाज की स्थिति को सुधारने का प्रयास कर रहे हैं, तो इसमें किसी को परेशानी क्यों होनी चाहिए? उन्होंने कहा कि पहले जिस समाज को ईदी के लिए लाइन में खड़ा रहना पड़ता था, आज अगर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम हो रहा है, तो यह स्वागतयोग्य कदम है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि यह समाज हाथ फैलाने वाला नहीं, बल्कि दूसरों को देने की स्थिति में आए। अगर ऐसा हो रहा है, तो इसमें विरोध क्यों?
वक्फ संशोधन बिल को लेकर हो रहे विरोध पर मदन राठौड़ ने कहा कि अधिकतर लोगों ने बिल को पढ़ा ही नहीं है और बिना जानकारी के राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर मुसलमान बहनों को वक्फ बोर्ड में प्रतिनिधित्व मिल रहा है तो इसमें गलत क्या है? अगर भू-माफिया द्वारा कब्जा की गई वक्फ संपत्तियों को मुक्त कराया जा रहा है तो इसमें परेशानी क्या है?
उन्होंने यह भी जोड़ा कि वक्फ बोर्ड की आमदनी बढ़ने से उस धन का इस्तेमाल समाज के विकास में किया जाएगा। बिल में कोई नई व्यवस्था लागू नहीं की गई है, सिर्फ पूर्व में हो चुकी बातों को मान्यता दी जा रही है। इसके संरक्षक भी मुसलमान ही रहेंगे तो फिर विरोध क्यों?
विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि झूठा भ्रम फैलाया जा रहा है कि सरकार किसी समाज के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत और अन्य योजनाओं का लाभ हर वर्ग को मिल रहा है चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुसलमान बहनों को तीन तलाक से मुक्ति दिलाई, तो इसमें गलती क्या है? कोई भी सरकारी योजना जाति या धर्म देखकर नहीं दी जा रही है। विपक्ष को राजनीति करने से पहले सोचना चाहिए कि उनके बयानों से कोई समाज पीछे न छूट जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उद्देश्य देश के हर नागरिक को विकास की मुख्यधारा में लाना है और इसमें कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा है।
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