झुंझुनू.
जिले के अस्पतालों में लगातार डॉक्टरों की लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में धनखड़ अस्पताल का मामला सामने आया था, जहां डॉ. संजय धनखड़ की लापरवाही से एक महिला की मौत हो गई थी। मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि चिड़ावा में एक और महिला की मौत का मामला सामने आया है।
कुछ दिन पहले जिले के राजीव अस्पताल में डिलीवरी के लिए आई महिला की मौत को लेकर परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया था लेकिन डॉक्टरों ने हार्ट अटैक से मौत होना बताकर मामला ठंडा कर दिया था लेकिन अब प्रसूता की पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ है कि अधिक खून बहने से प्रसूता की मौत हुई है। 13 अगस्त की रात को केहरपुरा कलां निवासी ममता को प्रसव पीड़ा के बाद चिड़ावा कस्बे के गोल मार्केट में चल रहे राजीव अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। 14 अगस्त को ममता ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया तब तक ममता की तबीयत बिल्कुल स्वस्थ बताई गई थी लेकिन कुछ देर बाद ही डॉक्टर ने अचानक बताया कि ममता की मौत हार्ट अटैक से हो गई है। परिजनों ने इस बात पर विश्वास न करते हुए 24 घंटे तक शव नहीं लिया लेकिन फिर बहुत समझाइश के बाद शव ले लिया और उसका दाह संस्कार भी कर दिया। अब जब महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट परिजनों को मिली तो उसमें मेडिकल बोर्ड ने साफ-साफ लिखा है कि अधिक खून बहने से ममता शॉक में चली गई और उसकी मौत हो गई, जिसके बाद परिजन अस्पताल संचालक और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। परिजनों ने बताया कि उन्होंने पोस्टमार्टम की रिपोर्ट पुलिस को दे दी है। मामले में पुलिस और अस्पताल प्रबंधन कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ तौर पर डॉक्टरों की लापरवाही नजर आ रही है।
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