जयपुर
बगरू थाना पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में ज्वेलरी शॉप लूटने के मामले में तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों के कब्जे से अवैध हथियारों के साथ वारदात में इस्तेमाल किए गए दो बाइक व एक कंटेनर जब्त किया गया है। पूछताछ में सामने आया है कि जेल से छूटकर आए दो दोस्तों ने जल्द पैसा कमाने के चलते यह प्लान बनाया था। जिसके तहत दोनों ने फिल्मी स्टाइल में रैकी करने के बाद देसी बम फोड़कर मार्केट में दहशत फैलाने के बाद गोलियां चलाकर ज्वैलरी शॉप लूटी और पुलिस को चकमा देने के लिए बाइक से वारदात करने के बाद कंटेनर में छिपकर भाग गए, फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि ज्वेलरी शॉप लूट के मामले में आरोपी कन्हैयालाल शर्मा उर्फ चिकू पण्डित (20), सोहेल पठान (20) और प्यारेलाल लुहार (37) को गिरफ्तार किया गया है। बदमाश कन्हैयालाल शर्मा बगरू रीका एरिया में रहकर आईएमएल कंटेनर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम करता है। उसकी कंपनी में प्यारेलाल कंटेनर ड्राइवर है। वहीं इस मामले में फरार साथी कौशल की तलाश की जा रही है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो देसी कट्टा, तीन कारतूस, रेकी और वारदात में प्रयुक्त दो बाइक, फरारी में प्रयुक्त कंटेनर और लूटी गई ज्वेलरी बरामद की है।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर डेटा बेस तैयार करने के साथ रुट मैप बनाया और लुटेरों की पहचान के बाद मुखबिर की सूचना पर जोधपुर में दबिश देकर सोहेल को पकड़ लिया गया और उससे की गई पूछताछ के बाद दबिश देकर कन्हैयालाल और प्यारेलाल को भी हिरासत में ले लिया गया।
पुलिस जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी कन्हैयालाल शर्मा और सोहेल पठान की जेल में मुलाकात हुई थी। सजा काटने के बाद कन्हैयालाल और कौशल जेल से बाहर आकर बगरू रीको एरिया में रहने लगे। बगरू रीको एरिया में स्थित आईएमएल कंटेनर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में दोनों काम करने लगे और जल्द पैसा कमाने के लिए दोनों दोस्तों ने बैंक या ज्वेलरी शॉप लूटने की प्लानिंग बनाई। इसके लिए दोनों ने बगरू स्थित मुथुट फाइनेंस बैंक की रेकी की और साथ ही आसपास की ज्वेलरी दुकानों, बीकानेर की फेमस ज्वेलरी शॉप, तारानगर चुरू में पीएनबी बैंक के पास ज्वेलर्स की रेकी की और इसके बाद दोनों ने बगरू इलाके की ज्वेलरी शॉप को लूटना तय किया।
इसके लिए कन्हैयालाल ने सोहल को जोधपुर से जयपुर बुलाया। पुलिस को चकमा देने के लिए उन्होंने कंपनी के कंटेनर ड्राइवर प्यारेलाल को भी प्लान में शामिल किया। पूछताछ में सामने आया है कि प्लान ये था कि वारदात कर भागने के बाद पुलिस उनकी बाइक को चिन्हित कर पीछा करती रहती और वे कंटेनर में छिपकर आसानी से पुलिस को चकमा देकर वह फरार हो जाते। इस कारण उन्होंने प्यारेलाल को शामिल किया, जिसका काम उन्हें वारदातस्थल के पास छोड़ना और वारदात करने के बाद सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का था।
गौरतलब है कि बगरू के जुगल बाजार में मनमोहन शर्मा की रत्नेश्वरी ज्वेलर्स के नाम से ज्वेलरी शॉप पर लूट की गई थी। 22 अप्रेल की शाम को कंटेनर से वारदात स्थल के पास तीनों बदमाश पहुंचे। रोड किनारे कंटेनर को खड़ा कर ड्राइवर प्यारेलाल निगरानी रखने लगा और बाइक पर उसके तीनों साथी ज्वेलरी शॉप को लूटने निकल गए। उन्होंने शॉप के बाहर देसी बम फोड़े और आसपास के दुकानदारों को पास में नहीं आने के लिए धमकाया। मार्केट में दहशत का माहौल फैलाने के बाद ज्वेलरी शॉप के काउंटर के पास आकर शीशे के गेट पर गोली चलाई, जिससे शॉप में मौजूद लोग डर गए। फिर दुकान में रखे सोने-चांदी के गहनों को 2 बैग में भरकर तीनों बदमाश बाइक से भाग निकले और वारदात स्थल से कुछ दूरी पर खड़े कंटेनर में छिपकर वहां से फरार हो गए।
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