Thursday, 26 December

छतरपुर

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के ड्रीम प्रोजेक्ट केन-बेतवा लिंक परियोजना का शुभारंभ किया । यह परियोजना बुंदेलखंड के लिए ऐतिहासिक बदलाव का मार्ग प्रशस्त करेगी। बांदा सहित यूपी के चार जिलों के लगभग 2.51 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचित किया जाएगा।

अधीक्षण अभियंता सिंचाई मंडल बांदा श्याम जी चौबे ने बताया कि बांदा और पैलानी में केन नदी पर दो नए बैराज बनाए जा रहे हैं। वर्तमान में यहां केन नहर प्रणाली से 87 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होती है। इस परियोजना के माध्यम से इसे बढ़ाकर लगभग दो लाख हेक्टेयर किया जाएगा। इससे बांदा के किसान खुशहाल होंगे।

अन्य जिलों को भी लाभ
परियोजना से महोबा, झांसी और ललितपुर के हजारों हेक्टेयर भूमि को भी सिंचित किया जाएगा। महोबा में 37 हजार हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि को सिंचाई का लाभ मिलेगा। झांसी में 17 हजार हेक्टेयर भूमि संचित होगी। जबकि ललितपुर में 3 हजार हेक्टेयर भूमि को सिंचित किया जाएगा।

पुराने बांधों का होगा जीर्णोद्धार
बुंदेलखंड के ऐतिहासिक बांधों का पुनर्निर्माण भी परियोजना का हिस्सा है। बरुआ सागर बांध जो 300 साल पहले 1700 में निर्मित हुआ था, अब जीर्णोद्धार होगा। बरियारपुर वियर 1906 में बना था, इसका भी पुनर्निर्माण कराई जाने की योजना है। पारीक्षा वियर 1910 में निर्मित हुआ था इसे नए रूप में संवारा जाएगा। इसी तरह परियोजना के तहत यूपी में 21 किमी लंबी लिंक चैनल बनाई जाएगी। इसके लिए 271 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।

2030 तक पूरा होगा सपना

बांदा और पैलानी में दो बैराज बनाए जाएंगे। इनमें करीब 2,000 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसका निर्माण कार्य जून 2029 तक पूरा करने का लक्ष्य है। योगी सरकार ने परियोजना को 2030 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा महोबा में 510 करोड़ रुपये की लागत से 15 बांध और तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य भी मार्च 2028 तक पूरा किया जाएगा।


Source : Agency

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