Saturday, 21 September

खगड़िया
बिहार के खगड़िया जिले में कोसी, बागमती, गंगा और बूढ़ी गंडक उफान पर है। कोसी खगड़िया के बलतारा में खतरे के निशान से एक मीटर 34 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बागमती खतरे के निशान से खगड़िया के संतोष जलद्वार के पास एक मीटर 62 सेंटीमीटर ऊपर है। कोसी और बागमती की प्रवृति बढ़ने की बताई गई है। गंगा और बूढ़ी गंडक घट रही है, पर खतरे के निशान से ऊपरगंगा खगड़िया के खाराधार जलद्वार के पास खतरे के निशान से एक मीटर 19 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बूढ़ी गंडक खगड़िया के एनएच-31 ब्रिज (अघोरी स्थान) के पास खतरे के निशान से 87 सेंटीमीटर ऊपर है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-एक, खगड़िया की ओर से जारी रिपोर्ट में गंगा और बूढ़ी गंडक की प्रवृति घटने की बताई गई है।

नदियां कर रही हैं कटाव
कोसी बेलदौर प्रखंड के गांधीनगर और पचाठ मुनि टोला में कटाव कर रही है। पचाठ-मुनि टोला, वार्ड नंबर-12 में उपेंद्र मुनि का घर नदी में समा गया है। इसकी जानकारी वार्ड नंबर- 11 की वार्ड सदस्य और वार्ड नंबर-12 निवासी नूतन देवी ने दी है। कोसी पूरे वेग से बह रही है। चौथम प्रखंड के पुरानी बंगलिया में बागमती बहुत ही तेजी से कटाव कर रही है। कन्या मध्य विद्यालय बंगलिया समेत कई घर नदी के मुहाने पर (Flood In Khagaria) हैं। गांधीनगर का सड़क संपर्क चोढ़ली बाजार से कई दिनों सेभंग हैं। बाढ़ पीड़ितों ने जीएन तटबंध पर शरण ले रखा है। बीते दिनों बौरना जमींदारी बांध टूटने के बाद से बौरना पंचायत की तीन वार्ड, आठ, नौ और 10 पूरी से बाढ़ प्रभावित है। प्रभावित अधिकांश लोग घरों के छतों पर और गोगरी- नारायणपुर तटबंध पर शरण लिए हुए हैं।

कई स्कूलों में घुसा बाढ़ का पानी
गोगरी एसडीओ सुनंदा कुमारी ने कहा कि बौरना पंचायत की वार्ड नंबर आठ, नौ और 10 पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में है। कुछ प्रभावित परिवारों ने जीएन तटबंध पर शरण ले रखा है। जीएन तटबंध पर चापाकल और अस्थाई शौचालय की व्यवस्था की गई है। प्रभावित वार्डों की सड़कों पर पानी बह रहा है। वहां नाव चलाई जा रही है। इधर, गोगरी और परबत्ता प्रखंड के कई विद्यालय परिसर में बाढ़ का पानी है।

 


Source : Agency

Share.
Exit mobile version