Tuesday, 22 April

चंडीगढ़
शहर में 48 शराब के ठेकों में से सिर्फ 20 ही ठेकों की नीलामी हो पाई। नीलामी सैक्टर-24 स्थित पार्क प्लाजा होटल में हुई। नीलामी से सबसे महंगा शराब का ठेका सैक्टर-61 वाला बिका। यह ठेका चंडीगढ़ वाहन कांट्रैक्टर एसोसिएशन के प्रधान दर्शन सिंह कलेर ने 12 करोड़ 31 लाख रुपए में लिया है। इसके बाद खुड्डा लाहौरा का ठेका 10 करोड़ एक लाख रुपए में बिका। यह ठेका भी दर्शन सिंह कलेर ने लिया है।

सैक्टर-17 बस स्टैंड के सामने सैक्टर-22 वाला ठेका 9 करोड़, 9 लाख रुपए में बिका। यह ठेका कमल कार्की ने लिखा है। अभी भी 28 ठेके बचे हुए है, जिनकी बोली 28 अप्रैल को होगी। ऑक्शन के बाद बैंक गारंटी जमा कराने का एक हफ्ते का समय मिलता है। अगर सोमवार को बिठके ठेकों की ऑक्शन के दौरान बोली गई रकम जमा नहीं कराई गई तो ठेके की बोली रद्द हो जाएगी। चंडीगढ़ के एक्साइज टैक्सेशन विभाग की पहली ऑक्शन में 96 ठेके बिकने का दावा किया गया था, लेकिन इसमें भी अड़चन यह आई कि बोली लगाने वाली पार्टियों ने एक हफ्ते के भीतर बैंक गारंटी जमा नहीं कराई, जिसकी वजह से प्रशासन ने बचे ठेकों की पिछली बोली रद्द कर सोमवार को दोबारा बोली लगाने का फैसला किया था।

जिन पार्टियों ने ऑक्शन के दौरान सबसे अधिक बोली लगाई थी, वह प्रशासन के दोबारा बोली लगाई थी, वह प्रशासन के दोबारा बोली लगाने के विरोध में पहले पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचे, लेकिन जब वहां से राहन नहीं मिली तो सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए। जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट से भी इन्हें निराशा हाथ लगी, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्त्ताओं को कहा कि या तो चाचिकाा विदड्रा कर  लो अन्यथा पैनल्टी लगाई जाएगी। पैनल्टी के डर से चाचिकाकर्त्ताओं ने याचिका वापस ले ली।

 


Source : Agency

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