भरतपुर.
भरतपुर रेंज के कुम्हेर थाना क्षेत्र के गांव जया में रंजिश के चलते एक व्यक्ति ने तीन बच्चों पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया। घटना में तीनों बच्चे घायल हो गए। घायलों को कुम्हेर अस्पताल ले जाया गया। वहां से गंभीर हालत में तीनों को जिला आरबीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया। चिकित्सकों ने रोहन को मृत घोषित कर दिया और कान्हा के पैर में फैक्चर है। तीसरे बच्चे नवजीत को छुट्टी दे दी गई। परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के मांग को लेकर आरबीएम अस्पताल में धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद आईजी कार्यालय तक पहुंचे वहां पर भी धरना प्रदर्शन किया गया।
संजय पुत्र बच्चू सिंह ने बताया कि गांव का राजेंद्र हम लोगों से मजदूरी करने के लिए कहता है, लेकिन हम लोग उसके यहां मजदूरी नहीं करते। इसी बात से नाराज होकर के वह हमसे रंजिश रखता है। 25 सितंबर को सुबह में अपने घर से जंगल करने के लिए जा रहा था। जब मैं राजेंद्र प्रसाद पुत्र परम सुख के घर के सामने से निकला तो उसका पीछा करते हुए गांव के पास पर मुझको रोका और जाति सूचक शब्द कहते हुए मारपीट की। धमकी दी कि तुम ऐसे नहीं मानोगे। तुम्हे ट्रैक्टर से कुचलकर मौत के घाट उतारने की धमकी दी। 28 सितंबर को राजेंद्र का चचेरा भाई का लड़का पंकज पुत्र रघुनंदन ट्रैक्टर ला रहा था उसे देखकर सुघड़ सिंह के दोनों बच्चे कान्हा रोहन और मुकुट का बच्चा नवजीत घर के दरवाजे पर चढ़ गए। तीनों बच्चों पर पंकज ने जानबूझकर ट्रैक्टर चढ़ा दिया, जिसमें रोहन की मौत हो गई। कान्हा घायल और नवजीत घायल है। घटना के बाद जाटव समाज के लोग बड़ी संख्या में आरबीएम हॉस्पिटल की मोर्चरी के बाहर एकत्रित हो गए। आरोपियों को पकड़ने की मांग करने लगे। धमकी दी कि जब तक आरोपी नहीं पकड़े जाएंगे तब तक मृतक का पोस्टमार्टम नहीं होनें देंगे। कुम्हेर थाना प्रभारी बनवारी लाल ने बताया कि गांव जया में शाम को झगड़े की सूचना मिली थी। मौके पर जाकर देखा तो एक पक्ष के द्वारा ट्रैक्टर से दूसरे पक्ष के तीन बच्चों को ट्रैक्टर से टक्कर मार दी। घटना में एक की मौत और दो घायल हैं। पीड़ित परिवार की ओर से रिपोर्ट दे दी गई है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। पीड़ित परिवार से समझाइश की गई। काफी देर आरबीएम अस्पताल में धरने प्रदर्शन के बाद परिजन और ग्रामीण पैदल पैदल आरपीएम अस्पताल से आईजी के कार्यालय पहुंचे, जहां पर उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय विधायक के खिलाफ भी विरोध प्रदर्शन किया। शहर के अंडर ट्रेनिंग आईपीएस पंकज यादव के द्वारा परिजनों को समझाइए की गई कि अगले 24 घंटे में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उसके बाद परिजन मान गए और मृतक बच्चे का सब लेकर गांव के लिए रवाना हो गए।
Source : Agency