ढाका
बांग्लादेश में पूर्व पीएम शेख हसीना के तख्तापलट के दौरान भड़की हिंसा में हिंदुओं को भीषण अत्याचार झेलना पड़ा था। देश भर के 27 जिलों में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा हुई थी और फिर हिंदू समाज के लोगों ने सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया था। यही नहीं अमेरिका, कनाडा और भारत समेत दुनिया कई देशों में बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में प्रदर्शन हुए थे। इसे लेकर अब बांग्लादेश सरकार बैकफुट पर है। अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस अब हिंदू समाज के प्रतिनिधियों से मुलाकात करने वाले हैं। इसके अलावा उन्होंने हिंसा के लिए माफी भी मांगी और घटनाओं को दुखद करार दिया।
इस बीच बांग्लादेश के गृह मंत्रालय ने दुर्गा पूजा के अवसर पर तीन दिन की छुट्टी का प्रस्ताव दिया है। मंत्रालय के सलाहकार ब्रिगेडियर जनरल रिटायर्ड शखावत हुसैन ने कहा कि ऐसा करना सही रहेगा। उन्होंने सोमवार को हिंदू समुदाय के नेताओं से मुलाकात के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘मैंने हिंदू नेताओं से मुलाकात की। मैं उन्हें इस प्रस्ताव पर विचार करने का भरोसा दिया है। दुर्गा पूजा एक बड़ा त्योहार है। मैं अपने मंत्रालय की ओर से सरकार से सिफारिश करूंगा कि दुर्गा पूजा के मौके पर तीन दिन की छुट्टी घोषित की जाए। यदि ऐसा नहीं भी होता है तो कम से कम दो दिन की छुट्टी मिले। यदि एक ही दिन की छुट्टी होती है तो नौकरियां करने वाले लोग उत्सव में शामिल नहीं हो पाते।’
बता दें कि शेख हसीना के तख्तापलट के दौरान भड़की हिंसा ने बड़े पैमाने पर हिंदुओं को चपेट में लिया। दो हिंदू पार्षदों को मार डाला गया। इसके अलावा मेहरपुर में इस्कॉन मंदिर पर हमला हुआ। यहां तक कि मूर्तियां भी तोड़ दी गईं। इन घटनाओं के बाद से पूरी दुनिया में बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार की चर्चा हुई। यही नहीं बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गठन पर शुभकामनाएं देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने भी हिंदुओं की सुरक्षा करने की नसीहत दी। अब इस मामले पर बांग्लादेश सरकार बैकफुट पर आई है तो हिंदू समुदाय को सुरक्षा का भरोसा दिया है। हिंदू समुदाय के लोगों ने ढाका की सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन भी किए थे।
Source : Agency