भोपाल। कल दिल्ली में हुई कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी में जमकर बवाल होने की खबर है। बैठक में जब नेताओं ने अपनी सूचियां देना शुरू किया तो कमलनाथ नाराज हो गए। उनका कहना था कि जब कोटा ही रखना था तो हमसे सर्वे क्यों करवाये गए। इसके बाद कमलनाथ उठ कर चले गए। हालांकि बाद में प्रभारी रणदीप सुरजेवाला कमलनाथ के साथ अज्ञातवास पर चले गए।
कांग्रेस सूत्र बताते हैं कि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में
सुरेश पचौरी, अरुण यादव और अजय सिंह का नाम स्क्रीनिंग कमेटी में शामिल किये जाने से कमलनाथ पहले से ही नाराज़ चल रहे थे। जीतू पटवारी को अलग से बैठक में बुलाने जाने से हुए नाराज कमलनाथ ने बैठक में औपचारिकता निभाई और थोड़ी देर बैठकर ही गायब हो गए।
इसके चलते इतिहास में पहली बार बग़ैर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक चली। दिग्विजय सिंह जी ने अपने पत्ते खोल अपनी सूची अलग से दे दी। एक-एक नाम पर विवाद की स्थिति बनी। सबकी अलग-अलग सूची देख श्री नाथ जी ने सूची देने से ही इंकार कर दिया। नाथ जी और दिग्विजय सिंह के बीच भी नामो को लेकर बहस हो गई। सुरेश पचौरी से गाडरवारा से लड़ने को कहा गया तो पचौरी ने दिग्विजय सिंह को शिवपुरी से लड़ाने की सलाह दे डाली।
बैठक में कमल नाथ ने रखी शर्त कि जो नेता अपने समर्थक का टिकट मांगे , वह उसकी जीतने की लिखकर भी गारंटी दे, तभी टिकट दिया जाए। उनकी इस शर्त से सभी सदस्य नाराज़ हो गए, क्योंकि टिकट सब दिलाना चाहते हैं जिताने की गारंटी कोई नहीं लेता।
सूत्र बताते हैं कि सुरजेवाला ने कामानाथ का साथ देते हुए कहा है कि उनके नेतृत्व में चुनाव हो रहा है, उन्होंने सर्वे कराए हैं, इसलिए उन्हें ही टिकट का अधिकार होना चाहिए।