Thursday, 6 February

भोपाल। आज बुलाई गई विशेष कैबिनेट बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को विदाई दी गई।बैंस के विदाई समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बोले- अपने लिए जिएं तो क्या जिएं, देश-समाज के लिए जीना ही जीना है, बैंस ने ये यही कर दिखाया है। उन्होंने अच्छा काम किया। जो भी काम उन्हें सौंपे गए, उन्होंने बिना किसी तनाव और दबाव के पूरे किए। कोविड के दौरान भी उन्होंने बेहतर काम कर दिखाया। सीएम राइज स्कूल, सिटीजन चार्टर और आनंद विभाग उनकी बेहतर उपलब्धियां रहीं।

पूर्व सीएस बैंस ने कहा- यह एक पड़ाव, कोई अंत नहीं। काम करते रहेंगे, सक्रियता बनी रहेगी। आनंद विभाग को उन्होंने अपनी प्रमुख उपलब्धि बताई।

शिवराज के चौथे कार्यकाल की यह आखिरी कैबिनेट मुख्यमंत्री शिवराज के चौथे कार्यकाल की यह आखिरी कैबिनेट बैठक थी। वल्लभ भवन में बुलाई गई बैठक में सभी मंत्रियों के साथ सीनियर अधिकारियों को भी बुलाया गया। कैबिनेट का कोई एजेंडा नहीं था। इसे लेकर बैठक से पहले ही बुधवार को कांग्रेस ने आपत्ति भी जताई थी। 

शिवराज के पसंदीदा रहे बैंस

2005 में जब शिवराज ने मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला, तब से बैंस उनके खास अधिकारियों में शुमार रहे। 2020 में सत्ता के तख्ता पलट के बाद शिवराज ने जब सरकार में वापसी की तो उन्होंने अपनी शपथ के 24 घंटे के भीतर ही कांग्रेस सरकार के तत्कालीन मुख्य सचिव गोपाल रेड्डी को हटाकर बैंस को मुख्य सचिव बना दिया था। 

दिग्विजय के भी खास रहे

यहां उल्लेखनीय है कि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के दूसरे कार्यकाल के अंतिम महीनों में इकबाल सिंह दिग्विजय के काफी करीब थे। उन्हें एपको का डीजी बनाया गया था और सीएम वाली तमाम अहम फाइलें बैंस के पास ही भेजी जाती थीं। यही नहीं बैंस दिग्विजय के साथ विमानतल पर भी फाइलें निपटाया करते थे। 

Share.
Exit mobile version