भोपाल। अभा कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. रागिनी नायक ने आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि ‘‘हो पांव में जिसके ताकत वो चल के रहता है, दुश्मन लाख गिराये संभल के रहता है। होे जिस चराग में शिद्दत लाख जलाने की, हवायें, लाख बुझाये वो चल के रहता है।’’
उन्होंने कहा कि मैं शिवराज से पूछना चाहती हूं कि आपकी सरकार आदिवासी विरोधी क्यों है? मोदी जी से भी यह बात हम लगातार पूछते आ रहे है कि आपकी सरकार पिछड़ा वर्ग विरोधी क्यों है, मप्र में पिछड़ा वर्ग और आदिवासी दोहरी मार झेल रहे हैं। आपके कुशासन की मार और जानबूझ कर किये जा रहे अत्याचार की मार झेल रहा है और यही कारण है कि जनता त्राहिमाम कर रही है। कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा लगातार सफल होती जा रही है और शिवराज सरकार की उल्टी गिनती शुरू होती जा रही है।
उन्होंने अभा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा कि राहुल गांधी जी 3600 किलोमीटर पैदल चले और उन्होंने ठाना देश की नब्ज को टटोलना है, लोगों की पीड़ा, समस्याओं को खुद व्यक्तिगत रूप से स्वयं महसूस करना है, यात्रा में उन्होंने संदेश दिया कि भारत की विवधता में एकता बहुलता में एकता, गंगा जमुनी तहजीब को जिंदा रखना है। भाजपा और संघ के नफरती फरमान के खिलाफ मोहब्बत की दुकान खोलना है। कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत को जोड़ते हुये भाईचारे की दुकान खोलना है। और उन्होंने यात्रा के दौरान एक कदम बढ़ाया किसानों के इंसाफ के लिए, महिलाओं की सुरक्षा, बेरोजगारी के खिलाफ और लगातार देश की रगो में फैलाये जा रहे नफरत के खिलाफ आवाज उठाने के लिए राहुल गांधी ने यात्रा की।
डॉ. नायक ने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा में मैंने स्वयं अपनी आखों से देखा कि लाखों की संख्या में महिला, बच्चे, बुजुर्ग, युवा सभी साथ चले। भारत जोड़ो यात्रा को अगली कड़ी में पहुंचाने का काम कमलनाथ जी और सुरजेवाला जी के नेतृत्व में सात बड़े नेताओं के साथ मप्र में जन आक्रोश यात्रा निकल रही है, जिसमें प्रदेश के सभी नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है और यह नेता लगातार यात्राओं में शामिल होकर जनता के बीच पहुंच रहे है। यात्रा में जो जनसमर्थन मिल रहा है उससे साफ है कि 150 सीटों के साथ प्रदेश में पूर्ण बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। वहीं मप्र में 18 साल की भाजपा सरकार में त्राहिमाम की स्थिति है।
उन्होंने कहा कि जैसे जैसे यात्रा बढ़ती जा रही है, भाजपा की उल्टी गिनती शुरू होती जा रही है। कल राहुल गांधी जी कालापीपल के पोलायकला में जनता को संबोधित करेंगे और जनता के सामने सवाल रखेंगे कि 18 साल के कुशासन वाली शिवराज सरकार ने क्या क्या किया? और हम सरकार मे आते हैं तो हम क्या करेंगे यह भी बात राहुल गांधी जी जनता के सामने रखेंगे। उन्होंने कहा कि किसान फसलों की कीमत मांगता है तो शिवराज सिंह जी आप उनके सीने पर गोलियां चलवाते हैं, आदिवासियों के 3.22 लाख पटटे निरस्त करके उन्हें बेदखल क्यों किया, स्कूलों के बच्चों की ड्रेस की राशि क्यों खा गये, आयुष्मान योजना में मृत लोगों तक के पैसे खा गये, 67 हजार से ज्यादा महिलाएं मप्र में गायब हैं, भाजपा सरकार 50 हजार बेटियों की फर्जी शादी दिखाकर उसका पैसा हड़प लेती है। प्रदेश में रोज 18 महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहा है। इन सभी सवालों पर शिवराज जी को कटघरें में खड़ा करने के लिए राहुल जी जनता के सामने इन सवालों को रखेंगे।
डॉ. रागिनी नायक ने कहा कि उज्जैन की जो निर्मम घटना हुई उसके जख्म भी अभी भरे नहीं और आज फिर एक खबर कटनी के पहाड़ी नाले में एक आदिवासी युवती की लाश क्षतविक्षत अवस्था में मिली, उसका सिर पत्थर से कुचला गया, उसके साथ बलात्कार की घटना हुई, लाश पर कीड़े पड़ गये थे। परिजन युवती की गुमशुदगी की एफआईआर के लिए तीन दिन तक चक्कर काटते हरे, लेकिन प्रशासन ने पीड़ित परिवार की कोई सुध नहीं ली। अभी कुछ दिन पहले उसकी सगाई हुई थी। शिवराज राज के ऐसे ही कितने ही किस्से बतायें, इनकी लिस्ट बहुत लंबी है। शिवराज सरकार ने मानवता को शर्मसार किया है।
उन्होंने दर्दभरे शायराना लहजे में कहा कि ‘‘राह संघर्ष की हम चुने, कि जिंदगी आंसुओं में नहायी न हो, शाम सहमी न हो रात हो न ढली, भोर की आंख डबडबाई न हो।’’ आदिवासियों का जीवन किस तरह भय के साये में बीत रहा है, रात के अंधेर मंे भी डर लगता है, भीड़ में भी डर लगता है, सुनसान में भी डर लगता है, महिलाएं कैसे जिए अब यह बहुत बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
डॉ. रागिनी नायक ने कहा कि सीधी का पेशाब कांड बहुत पुराना नहीं हुआ, जिसमें भाजपा नेता आदिवासी के मुंह पर पेशाब कर रहा है, आदिवासियों के साथ हो रहे अत्याचार और शोषण की घटनाएं लगातार सामने आ रही है और इन घटनाओं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। आदिवासी वर्ग के महान टंट्या भील, भीमा नायक की भूमि जिन्होंने यहां जन्म लिया, जिनकी कर्म भूमि रही, पुण्य भूमि रही है और देश में सबसे ज्यादा जनसंख्या मप्र में आदिवासियों की है लेकिन आदिवासियों पर हो रही घटनाओं में मप्र में सबसे अव्वल नबर पर है। उन्होंने कहा कि यह शिवराज सिंह चौहान की सरकार का प्रदेश है जहां भाजपा आदिवासियों को वनवासी कहती है, क्योंकि वह चाहती है, क्योंकि वह वन तक ही सीमित रहें, जंगलों में ही विचरती रहे। जबकि आदिवासी ही जंगलों और वनों का असली मालिक है।
उन्होंने कहा कि आदिवासी वर्ग के साथ यह क्या रहा है, अनूपपुर में भाजपा मण्डल अध्यक्ष द्वारा गोंड आदिवासी को चप्पलों से पीटा गया, देवास के नेमावर में आदिवासी परिवार के पांच सदस्यों को जमीन में गाड़ दिया गया, महू में आदिवासी युवती के साथ गैंगरेप हुआ, हरदा में एक आदिवासी युवक को टेक्टर से बांध कर पीटा गया, नीमच में गाडी से बांधकर धसीटा गया, गुना में आदिवासी महिला को जिंदा जलाया गया, देवास में एक महिला को पीटा गया और जूते की माला पहनाकर घुमाया गया, मंडला में तीन आदिवासियों की हत्या की गई, महिला आदिवासी का सिर काट दिया गया, खरगोन में पुलिस कस्टडी में एक आदिवासी की मौत हो जाती है। ऐसी कई घटनाएं है।