Friday, 14 March

भोपाल। कांग्रेस को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक कल होगी, लेकिन आज राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस अपने तमाम दिग्गजों को चुनाव मैदान में उतार सकती है। कमलनाथ के पुत्र नकुल तो चुनाव लड़ ही रहे हैं, कमलनाथ और दिग्विजय को भी लड़ाया जायेगा। 

सूत्रों की मानें तो कांग्रेस में अगर एमपी के दिग्गज नेताओं के लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर सहमति बन जाती है, तो पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह राजगढ़ संसदीय सीट से लोकसभा के उम्मीदवार हो सकते हैं। इस सीट पर दिग्विजय सिंह का दबदबा है। हालांकि बीते दो चुनाव से भाजपा इस सीट पर चुनाव जीत रही है। राघौगढ़ सीट भी इसी संसदीय क्षेत्र में आती है। यहां से दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह विधायक हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा से नकुलनाथ का नाम लगभग तय है। नकुलनाथ पिछला चुनाव भी जीत चुके हैं। जबकि कमलनाथ कह चुके हैं कि छिंदवाड़ा में नकुलनाथ ही चुनाव लड़ेंगे। पार्टी के भीतर कमलनाथ को भी उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा जोरों पर है। कमलनाथ छिंदवाड़ा से लगी हुई सीट बालाघाट से प्रत्याशी बनाए जा सकते हैं। हालांकि इस पर अंतिम फैसला कमलनाथ की सहमति और केंद्रीय नेतृत्व की मंजूरी के बाद ही होगा। 

देवास से पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। वर्मा पहले भी इस सीट से सांसद रह चुके हैं। जबकि उज्जैन सीट से विधायक महेश परमार, पूर्व विधायक रामलाल मालवीय को उतारा जा सकता है। सतना में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। अजय सिंह पिछला लोकसभा चुनाव सीधी से हार गए थे। सीधी में कमलेश्वर पटेल, खंडवा में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को टिकट दिया जा सकता है। यादव पहले इस सीट से सांसद रह चुके हैं। जबकि रतलाम से कांतिलाल भूरिया को फिर उम्मीदवार बनाया जा सकता है। भूरिया पिछला लोकसभा चुनाव इसी सीट से हार चुके हैं। जबलपुर सीट से पूर्व मंत्री तरुण भनोत, खरगोन सीट से विधायक झूमा सोलंकी, बाला बच्चन को चुनाव लड़ाया जा सकता है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह मुरैना से लड़ने की इच्छा जता चुके हैं। 

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