Monday, 16 December

पटना.

राष्ट्रीय प्रेस दिवस’ के अवसर पर सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के मंत्री महेश्वर हजारी की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन किया गया। मंत्री ने कहा कि भारत का लोकतंत्र उसके चौथे स्तंभ अर्थात् प्रेस और मीडिया के बिना अधूरा है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस केवल एक पर्व नहीं, बल्कि एक अवसर है, जब हम प्रेस की स्वतंत्रता, जिम्मेदारी और उसकी शक्ति का सम्मान करते हैं।

डिजिटल मीडिया ने सूचनाओं को जन-जन तक पलक झपकते ही पहुँचाने का काम किया है, लेकिन इससे सूचनाओं की गुणवत्ता और सत्यता पर संदेह भी उठता है। माननीय मंत्री ने आगे कहा कि बिहार की पत्रकारिता का एक समृद्ध इतिहास रहा है। यह भूमि स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाने वाले पत्रकारों और संपादकों की कर्मभूमि रही है। हमारे बिहार के पत्रकारों ने हमेशा समाज के कमजोर वर्गों की आवाज को प्रमुखता दी है और सत्यनिष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है।

वृहद स्तर पर सूचना का प्रसार किया जा रहा
मंत्री महेश्वर हजारी ने मीडिया को सशक्त करने में राज्य सरकार की भूमिका तथा उपलब्धियों की भी चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार द्वारा राज्य में पत्रकारों के हितों की सुरक्षा के लिए कई ठोस कदम उठाए गये हैं। पत्रकारों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पत्रकार कल्याण योजना की शुरुआत की गई है, जिससे पत्रकारों और उनके परिवारों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा मिल सके। इसके अलावा, राज्य में डिजिटल मीडिया के प्रसार को देखते हुए बिहार सरकार ने कई जिलों में पत्रकारिता और मीडिया स्टडीज के लिए उत्कृष्ट संस्थानों की स्थापना की है, जहां युवा पत्रकारिता के नवीनतम कौशल सीख रहे हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पत्रकारिता को सशक्त बनाने के लिए सूचना और जनसंपर्क विभाग के माध्यम से वृहद स्तर पर सूचना का प्रसार किया जा रहा है। बिहार के दूर-दराज के गांवों तक सरकारी नीतियों, योजनाओं और उपलब्धियों को पहुंचाने का कार्य मीडिया ने बेहद सफलतापूर्वक किया है।

सरकार के प्रयासों को मीडिया ने जन-जन तक पहुंचाया
मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि डिजिटल माध्यमों का उपयोग बढ़ाया है ताकि हर वर्ग तक सटीक और प्रभावी जानकारी पहुंच सके। शिक्षा के क्षेत्र में भी बिहार सरकार के प्रयासों को मीडिया ने जन-जन तक पहुंचाया है, जिससे राज्य में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी है। सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं, जैसे ‘सात निश्चय’ और हर घर नल का जल, ‘पक्की सड़क’ जैसी परियोजनाओं की सफलता में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पत्रकारों ने इन योजनाओं को जनता तक पहुंचाया है, जिससे पारदर्शिता बनी रही और लोग जागरूक होते रहे। इस कार्यशाला में विभिन्न मीडिया समूहों की तरफ से उपस्थित प्रतिनिधियों द्वारा प्रेस की बदलती प्रकृति तथा नई चुनौतियों पर वक्तव्य भी दिया गया। मंत्री सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग द्वारा सभी उपस्थित मीडिया बंधुओं को सम्मानित किया गया। कार्यशाला में सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग, बिहार के अपर सचिव संजय कृष्ण द्वारा स्वागत भाषण के क्रम में भारतीय प्रेस की गरिमा और समृद्ध परंपरा को रेखांकित किया गया। उन्होंने कहा कि प्रेस को भ्रामक खबरों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए तथा अर्द्ध सत्य से बचना चाहिए। इस अवसर पर विधु भूषण चौधरी, संयुक्त सचिव, रवि भूषण सहाय, संयुक्त निदेशक, नीना झा, उप निदेशक तथा सूचना एव जन सम्पर्क विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।


Source : Agency

Share.
Exit mobile version