भोपाल
मध्य प्रदेश नर्सिंग रजिस्ट्रेशन काउंसिल (MPNRC) ने GNM (जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी) और B.Sc. नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता सूची जारी कर दी है। इस लिस्ट में 294 नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दी गई है, जिसमें भोपाल के प्रमुख कॉलेजों जैसे आरकेडीएफ, पीपुल्स कॉलेज, जय नारायण कॉलेज और वीएनएस कॉलेज भी शामिल हैं। इस कदम के साथ नर्सिंग शिक्षा को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया है, लेकिन एनएसयूआई ने इस फैसले पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
इसमें बीएससी नर्सिंग के 157 कॉलेज हैं। इनमें 16 सरकारी कॉलेज हैं। इनमें करीब 7,864 सीट हैं। इसके अलावा जीएनएम के लिए करीब 144 कॉलेजों को मान्यता जारी की गई है। इनमें 6,816 सीट हैं। दोनों कोर्स में 16,020 सीट हैं। इनमें प्रवेश के लिए छात्र रविवार तक रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। सोमवार से छात्र कॉलेजों की च्वॉइस फिलिंग कर सकेंगे। रजिस्ट्रेशन 31 दिसंबर से शुरू हो गए थे। अब तक 7 हजार स्टूडेंट्स रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
सीबीआई की जांच के बाद पहली लिस्ट में 66 अपात्र, 169 पात्र कॉलेज थे। वहीं, 73 में कमियां पाई गई थी। हालांकि, घूसकांड के बाद हाई कोर्ट ने पात्र कॉलेजों की फिर से जांच करने के आदेश दिए थे। नर्सिंग मामले से जुड़े एनएसयूआई के उपाध्यक्ष रवि परमार का कहना है कि सीबीआई की दूसरी जांच में कितने कॉलेज पात्र और कितने अपात्र मिले, इसका सूची सार्वजनिक नहीं की गई।
अब ऐसा माना जा रहा है कि जिन्हें मान्यता जारी कर दी गई है, ये सभी पात्र हैं। वहीं, अधिकतर कमी वाले कॉलेजों काे मान्यता जारी नहीं की गई है। इनको लेकर हाई कोर्ट की कमेटी ने कोई निर्णय नहीं लिया है। ऐसे 129 कॉलेज हैं।
फीस अभी तय नहीं, इसमें अभी एक सप्ताह लगेगा इन कॉलेजों की फीस एडमिशन एंड फी रेगुलेटरी कमेटी (एएफआरसी) की ओर से तय की जाती है। एएफआरसी सचिवालय के सेक्रेटरी डॉ. डीए हिंडोलिया का कहना है कि फीस निर्धारण के लिए पूरी तैयारी है। कॉलेजों की अधिकृत जानकारी मिलने पर एक सप्ताह में फीस निर्धारित कर दी जाएगी।
मान्यता प्राप्त कॉलेजों की सूची
नर्सिंग रजिस्ट्रेशन काउंसिल ने मान्यता केवल उन्हीं कॉलेजों को दी है जो सीबीआई की जांच और उच्च न्यायालय द्वारा गठित समिति की निगरानी में उपयुक्त पाए गए हैं। मान्यता प्राप्त कॉलेजों में कुल 294 कॉलेजों के नाम शामिल हैं, जिनमें से 138 GNM नर्सिंग और 156 B.Sc. नर्सिंग कॉलेज शामिल हैं। इन कॉलेजों में टोटल 14 हजार 680 सीटें हैं।
GNM (जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी): यह 3 साल का डिप्लोमा कोर्स है, जिसमें 6 महीने की इंटर्नशिप भी शामिल होती है। इसमें 6 हजार 816 सीटें उपलब्ध हैं।
B.Sc. नर्सिंग (बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग): यह 4 साल का स्नातक स्तर का कोर्स है, जिसमें 7 हजार 864 सीटें हैं।
GNM नर्सिंग की कुल सीटें: 6 हजार 816
B.Sc. नर्सिंग की कुल सीटें: 7 हजार 864
मान्यता प्राप्त कॉलेज
GNM कॉलेजों की संख्या: 138
B.Sc. कॉलेजों की संख्या: 156
कॉलेजों की लिस्ट के जारी होने के बाद, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने सवाल उठाए हैं। एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने सरकार और नर्सिंग रजिस्ट्रेशन काउंसिल पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जनवरी में सत्र 2024-25 की मान्यता जारी किया जाना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। आधे से ज्यादा शिक्षण सत्र निकल चुका है, जिससे छात्रों के सिलेबस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और हजारों छात्र दूसरे राज्यों में पलायन करने के लिए मजबूर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि नर्सिंग कॉलेजों की फीस का जल्द निर्धारण किया जाए ताकि मनमानी वसूली पर रोक लगाई जा सके। लंबित छात्रवृति जल्द जारी की जाए। साथ ही कहा कि फर्जी नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दी गई तो NSUI पूरे प्रदेश में आंदोलन करेगी।
Source : Agency