भोपाल
लोकायुक्त भोपाल की टीम ने शुक्रवार को भोपाल विकास प्राधिकरण (BDA) कार्यालय में सहायक ग्रेड-1 के बाबू तारकचंद दास को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। पुलिस अधीक्षक मनु व्यास के मार्गदर्शन में की गई इस कार्यवाही में बाबू तारकचंद दास को 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते समय गिरफ्तार किया गया।
जानकारी के अनुसार भोपाल विकास प्राधिकरण कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड 1 के बाबू तारकचंद दास की शिकायतकर्ता किसान ने शिकायत की। उसकी तरफ से बताया गया कि उसका रत्नागिरी रायसेन रोड, पिपलानी में मकान है। उसके मकान की लीज के नवीनीकरण के लिए बाबू तारकचंद दास ने 3,35,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। किसान पिछले 6 महीनों से अपने मकान की लीज नवीनीकरण के लिए दास के पास चक्कर काट रहा था, लेकिन बिना रिश्वत के उसका काम नहीं हो पा रहा था।
शिकायत के सत्यापन के बाद लोकायुक्त ने ट्रेप की कार्यवाही की और आरोपी को बाबू को उसके पंचशील नगर निवास पर आवेदक से 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की जा रही है। कार्यवाही करने वाली टीम के अन्य सदस्य निरीक्षक रजनी तिवारी, निरीक्षक घनश्याम मर्सकोले, प्रधान आरक्षक रामदास कुर्मी, मुकेश सिंह, राजेंद्र पावन, नेहा परदेसी, और आरक्षक मनमोहन साहू भी इस सफल कार्यवाही में शामिल थे।
अवैध रजिस्ट्री के मामले की भी होगी जांच
होशंगाबाद रोड स्थित विद्या नगर में अनिल साखी के प्लॉट की रजिस्ट्री किसी अन्य व्यक्ति के करा लेने के मामले में 19 जून को क्राइम ब्रांच ने FIR दर्ज की है। इस मामले में BDA के सीनियर अफसरों की भूमिका भी संदिग्ध बताई जाती है। फिलहाल कलेक्टोरेट में इसकी जांच चल रही है।
लोकायुक्त पुलिस इस रजिस्ट्री में तारकचंद दास की भूमिका की भी जांच करेगी। BDA की राजस्व शाखा में खासतौर से लीज नवीनीकरण, नामांतरण, NoC के 300 से ज्यादा मामले पिछले छह महीने से पेंडिंग हैं। जिसके लिए लोग यहां चक्कर काटते रहते हैं।
Source : Agency