इंदौर।
लारेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य भूपेंद्रसिंह रावत उर्फ भूपेंद्र खरवा गैंग के लिए हथियारों की सप्लाई करता है। खरवा ने पाकिस्तानी एजेंट के माध्यम से भारत में अत्याधुनिक पिस्टल और ड्रग्स मंगवाना कबूला है। उसने मलेशिया और कनाडा में बैठे एजेंट के नंबर भी बताए हैं।
पुलिस और जांच एजेंसियों से बचने के लिए लारेंस गैंग के सदस्य वाइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकाल (वीओआईपी) का इस्तेमाल करते हैं। डीसीपी जोन-2 अभिनय विश्वकर्मा के मुताबिक भूपेंद्र की कार पर गौरक्षा दल लिखा हुआ है। इस संबंध में पूछताछ करने पर बताया वह राजस्थान में दल का प्रदेश अध्यक्ष बनकर ट्रकों की जांच कर अवैध वसूली करता था। सूत्रों के मुताबिक खरवा को थाने ले जाते ही भाजपा नेताओं ने छोड़ने के लिए अफसरों को कॉल लगाना शुरू कर दिया।
नेताओं ने साध ली चुप्पी
खरवा का रिकॉर्ड और गैंग की जानकारी देते ही नेताओं ने चुप्पी साध ली। शनिवार देर रात एडिशनल डीसीपी जोन-2 अमरेंद्रसिंह,एसीपी राजकुमार सराफ की टीम ने खरवा से पूछताछ कि तो बताया वह गैंग के लिए अत्याधुनिक हथियार और ड्रग्स सप्लाई का काम संभाल रहा था। लारेंस के इशारे पर मलेशिया और कनाडा से हथियार मंगवाता था। मलेशिया में भारतीय नागरिक है जो ग्लाक(अत्याधुनिक)पिस्टल की व्यवस्था करवाता है। आर्डर पर एजेंट पाकिस्तानी रास्ते से भारत में हथियार भिजवाता है।
धमकी-वसूली और सप्लाई की अलग-अलग टीम
टीआई तारेश सोनी के मुताबिक रोहित गुदारा, गोल्डी बराड़, अनमोल बिश्नोई, काला जठेड़ी के बाद भूपेंद्र खरवा का नाम आता है। उसने यह भी बताया कि लारेंस द्वारा करवाई गई हरेक घटनाओं की उसे जानकारी है। जेल में बंद रहने के बाद भी लारेंस से बातचीत करना स्वीकारा है। टीआई के मुताबिक खरवा ने अजमेर(राजस्थान) में पेट्रोल पंप संचालक के बेटे पर भी गोलियां चलाई थी। पंजाब की जेल में बंद होने के बाद भी खरवा ने इंटरनेट मीडिया पर मैसेज पोस्ट कर हमले की जिम्मेदारी ली और पांच करोड़ रुपये की मांग की।
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