Friday, 15 November

कनाडा
भारत-कनाडा के रिश्तों में जहर घोलने के बाद अब खालिस्तानियों ने कनाडा के लोगों को ही निशाना बनाना शुरू कर दिया है। कनाडा की सड़कों पर ‘नगर कीर्तन’ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में खालिस्तान समर्थक सारी हदें पार करते हुए कनाडा के लोगों को आक्रमणकारी कहते और उनसे इंग्लैंड और यूरोप वापस जाने की बात करते नजर आ रहे हैं। जुलूस में कैमरे के पीछे से एक व्यक्ति को कहते सुना जा सकता है, “ये कनाडा है। ये हमारा अपना देश है। आप वापस जाओ।” वहीं भारतीय सूत्रों ने इस घटना को कनाडा में इन दिनों आम घटना बताते हुए कहा है कि खालिस्तानी धीरे-धीरे देश के सभी पहलुओं पर कब्जा कर रहे हैं।

वीडियो पोस्ट करते हुए एक स्थानीय नागरिक ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उसने लिखा, “खालिस्तानी सर्रे में मार्च करते हैं और दावा करते हैं कि हम कनाडा के मालिक हैं और गोरे लोगों को यूरोप और इजराइल वापस चले जाना चाहिए।” हम इन लोगों को अपनी विदेश नीति बनाने का अधिकार दे रहे हैं? वीडियो को 4 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है और कनाडा के लोग इसपर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “गुड लक कनाडा। एक कहावत है, आस्तीन का सांप…।” वहीं एक अन्य यूजर ने कहा, “अब इसे रोकना नामुमकिन है। सर्रे वेस्ट खालिस्तान बन जाएगा और जल्द ही गुरपतवंत पन्नू वेस्ट खालिस्तान का पीएम बनेगा।”
 

‘स्थानीय लोगों के लिए बढ़ता खतरा’

भारतीय सूत्रों के हवाले से बताया, “कड़ी निगरानी के कमी के बीच खालिस्तानी स्थानीय कनाडाई लोगों पर भी नियंत्रण करना चाह रहे हैं। हिंदुओं से सुरक्षा के लिए पैसे मांगे जा रहे हैं और अब उनकी कॉलोनियों में भी स्थानीय लोगों के लिए खतरा है।” हाल ही में कनाडा के मंदिरों में हिंदुओं पर हिंसक हमलों की घटनाओं में बढ़ोतरी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बयान जारी कर जानबूझकर किए गए हमले की निंदा की है। इस बीच भारतीय खुफिया और सरकारी एजेंसियों का मानना ​​है कि ट्रूडो अगले साल के चुनाव में सांसद जगमीत सिंह का समर्थन सुनिश्चित करने के लिए खालिस्तानी समूहों का समर्थन कर रहे हैं क्योंकि उनकी लोकप्रियता रैंकिंग में गिरावट आई है और वे अपनी सरकार बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
 

ट्रूडो का स्वार्थ

गौरतलब है कि पिछले साल कनाडा ने भारत पर खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप लगाए थे जिसके बाद भारत और कनाडा के रिश्ते निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया कि कनाडाई पुलिस जून 2023 की हत्या में भारतीय एजेंटों और भारत सरकार की प्रत्यक्ष संलिप्तता के आरोपों की जांच कर रही है जिसके बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे के शीर्ष राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। भारत ने आरोपों को खारिज करते हुए बेतुका बताया है और जस्टिन ट्रूडो पर खालिस्तानियों को पनाह देने का आरोप लगाया है जो न केवल भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं बल्कि कनाडा की धरती पर हिंदुओं पर हमले भी कर रहे हैं।


Source : Agency

Share.
Exit mobile version