नई दिल्ली
बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर हिंसक आंदोलन के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद छोड़ दिया। इसके बाद वह देश छोड़कर भारत आ गईं। भारत की एजेंसियां उनकी सुरक्षा के लिए पहले से ही तैयार थीं। एयरफोर्स के जेट विमान से वह हिंडन एयरपोर्ट पहुंचीं। एएनआई के मुताबिक भारत के रडार पहले से ही विमान का इंतजार कर रहे थे। वहीं इस बात पर पैनी नजर बनाए थे कि विमान को कोई खतरा ना होने पाए। दोपहर करीब 3 बजे एक कम ऊंचाई पर उड़ता हुआ विमान दिखाई दिया। इस विमान को तुरंत भारत आने की अनुमति दे दी गई।
सूत्रों के मुताबिक शेख हसीना को सुरक्षा उपलब्ध करवाने के लिए 101 स्क्वाड्रन के दो राफेल फाइटर विमान बिहार और झारखंड के ऊपर से उड़ान भर रहे थे। हसीना के विमान से भारत की एजेंसियों की नजर थी और सुरक्षा के लिए हर उपाय किए गए थे। भारत के टॉप सुरक्षा अधिकारी इस काम में लगाए गए थे। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और जनरल उपेंद्र द्विवेदी स्थिति पर नजर बनाए हुए थे।
डिफेंस स्टाफ चीफ लेफ्टिनेंट जनरल जॉनससन फिलिप मैथ्यू, सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी और खुफिया एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की गई। हसीना का विमान पहुंचने के बाद एनएसए अजीत डोभाल ने उनसे मुलाकात की। एक घंटे हसीना और डोभाल के बीच बैठक चली। इसके बाद एनएसए एयरबेस से चले गए और प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सुरक्षा समिति की बैठक में शामिल हुए।
बता दें कि बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकार उज जमान ने ऐलान कर दिया है कि सेना देश की जम्मेदारी संभालेगी और अंतरिम सरकार गठित की जाएगी। वहीं शेख हसीना ने राजनीति से संन्यास लेने का फैसला कर लिया है। वह ब्रिटेन में निर्वासन पर रहने को तैयार हैं। हालांकि अनुमति मिलने तक भारत में ही ठहरी हुई हैं।
NSA अजीत डोभाल ने किया हसीना का स्वागत
जैसे ही हसीना का विमान शाम करीब 5:45 बजे हिंडन एयर बेस पर उतरा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने उनका स्वागत किया, जिन्होंने उनके साथ एक घंटे की लंबी बैठक की और बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति और उनके भविष्य के कदम पर भी चर्चा की।
इसके बाद एनएसए शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट सुरक्षा समिति की बैठक की जानकारी देने के लिए एयरबेस से रवाना हो गए। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी को पूरे दिन घटनाक्रम की जानकारी दी जा रही थी।
सुरक्षा की वजह से ही आईं हिंडन
हिंडन देश के बड़े एयरबेस में शामिल है। यहां लड़ाकू विमान तैनात हैं। माना जा रहा है कि यहां की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की वजह से ही शेख हसीना को यहां लाया गया। दूसरी वजह दिल्ली में एयर ट्रैफिक का व्यस्त होना भी है। तीसरी वजह हिंडन का दिल्ली के नजदीक होना भी है। अगर शेख हसीना को दिल्ली जाना हो तो ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। यहां कई राष्ट्रध्यक्ष आ चुके हैं। शेख हसीना पहली बार आई हैं। वह भी प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद।
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