Friday, 20 September

 तेल अवीव

इजरायल एक साथ कई मोर्चों पर संघर्ष का सामना कर रहा है. एक ओर गाजा और राफा में हमास के खिलाफ उसकी सैन्य कार्रवाई चल रही है, वहीं दूसरी ओर उसे अब लेबनान सीमा पर हिजबुल्लाह से भी दो-दो हाथ करना पड़ रहा है. हिजबुल्लाह ने शनिवार शाम को दक्षिणी लेबनान से इजरायल के उत्तरी क्षेत्र में रॉकेट हमलों की बौछार की. हालांकि, इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम (Iron Dome) ने गैलिली पैनहैंडल (उत्तरी इजरायल और दक्षिणी लेबनान के बीच स्थित क्षेत्र) के ऊपर इनमें से ज्यादातर रॉकेट्स को हवा में ही इंटरसेप्ट करके खत्म कर दिया.  

हिजबुल्लाह की ओर से यह रॉकेट हमला लेबनान के दक्षिणी शहर दीर ​​सिरियाने में इजरायली हवाई हमले में 17 वर्षीय लड़के की मौत और छह अन्य के घायल होने के बाद आया. इससे पहले टायर के पास दक्षिणी लेबनान स्थित शहर बजौरीह में शनिवार सुबह एक इजरायली ड्रोन हमले में ईरान समर्थित चरमपंथी समूह हिजबुल्लाह के एक प्रमुख ऑपरेटिव अली अब्द अली की मौत हो गई. इजरायली सेना ने मारे गए ऑपरेटिव को हिजबुल्लाह के दक्षिणी मोर्चे में तैनात एक ‘प्रमुख आतंकवादी’ बताया.​ हिजबुल्लाह का सदर्न फ्रंट एक रीजनल कमांड के बराबर है, जो पूरे दक्षिणी लेबनान में इस संगठन की गतिविधियों के लिए जिम्मेदार है.

इजरायली हमले में हिजबुल्लाह कमांडर फउद शुकर ढेर

इस संघर्ष की शुरुआत तब हुई, जब हिज्बुल्लाह ने गत 28 जुलाई को इजरायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स इलाके में एक फुटबॉल मैदान पर रॉकेट हमला किया, जिसमें 12 बच्चों की मौत हो गई थी. इस हमले के बाद इजरायल ने हिजबुल्लाह को हमास की तरह सबक ​सिखाने की कसम खाई थी. इस रॉकेट हमले के दो दिन बाद यानी 30 जुलाई को इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में जबरदस्त एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें हिजबुल्लाह का टॉप कमांडर फउद शुकर मारा गया था. इजरायल ने शुकर को गोलान हाइट्स फुटबॉल मैदान पर रॉकेट हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया था.

US-UK ने अपने नागरिकों को लेबनान छोड़ने को कहा

इसके बाद से इजरायल लगातार लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बना रहा है. लेबनान में अमेरिकी दूतावास ने शनिवार को अपने नागरिकों से इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध और व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष की आशंकाओं के बीच ‘किसी भी उपलब्ध टिकट’ पर देश छोड़ने का आग्रह किया. ब्रिटेन सरकार ने भी लेबनान में अपने नागरिकों से तुरंत देश छोड़ने का आग्रह किया है. हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या के बाद क्षेत्र में पहले से मौजूद तनाव और बढ़ गया है. ईरान और फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह हमास का आरोप है कि हानिया को इजराइल ने मारा है. वहीं, इजरायल ने हानिया की मौत के पीछे होने से न तो इनकार किया है और न ही इसकी जिम्मेदारी ली है.

हानिया की हत्या के बाद ईरान-इजरायल में बढ़ा तनाव

ईरान ने अमेरिका पर इस्माइल हानिया की मौत में भूमिका निभाने का भी आरोप लगाया है. वहीं, अमेरिका ने कहा है कि उसे हमास नेता की हत्या के बारे में न तो जानकारी है और न ही वह इसमें शामिल था. बता दें कि हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख इस्माइल हानिया की 31 जुलाई, 2024 को ईरान की राजधानी तेहरान में एक टारगेट अटैक में मौत हो गई थी. वह ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने तेहरान पहुंचा था और कार्यक्रम में शामिल होने के बाद जिस घर में पर ठहरा था, उसे बम से उड़ा दिया गया था. इसके बाद ईरान और इजरायल के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है. अमेरिका ने कहा कि वह अपने कर्मियों की सुरक्षा और इजरायल की रक्षा के लिए मध्य पूर्व में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा रहा है.

 


Source : Agency

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