प्रयागराज
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 144 साल बाद लग रहे महाकुंभ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पाठशाला भी लगेगी। शिक्षा पर केंद्रित इस ज्ञान महाकुंभ में भारत का एक नाम, सनातन शिक्षा, हिंदुत्व, इतिहास से हुए खिलवाड़ समेत कई विषयों पर मंथन किया जाएगा। इसके साथ ही प्रस्ताव भी पारित किया जाएगा।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित विश्व संवाद केंद्र में आयोजित संघ के शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव डॉ अतुल कोठारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने बताया कि यह महामंथन एक माह तक चलेगा। उन्होंने बताया कि 10 जनवरी से 10 फरवरी तक चलने वाले इस ज्ञान महाकुंभ में कई विषयों पर मंथन किया जाएगा। साथ ही एक प्रस्ताव पारित कर राष्ट्र और सरकार को समर्पित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र का निर्माण उसकी शिक्षा पर निर्भर होता है। राष्ट्र निर्माण के लिए सनातन के सबसे बड़े आस्था के स्थल पर ज्ञान महाकुंभ का आयोजन होगा। भारतीय शिक्षा की पुनर्स्थापना का प्रयास किया जाएगा। विश्व गुरु भारत के लिए भारतीय शिक्षा की बेहद जरूरत हैं। बड़ा विषय यह भी है कि भारत को भारत के ही नाम से पुकारा जाए। सनातन की बात हो और आक्रांताओं का पढ़ाया गया, इतिहास का सच लोगों तक न सिर्फ लाया जाए बल्कि इसमें सुधार भी किया जाए।
डॉ अतुल ने आगे कहा कि विश्व की शिक्षा का या मार्गदर्शन का केंद्र ही सनातन धर्म रहा है। उन्होंने बताया कि प्रयागराज मेला क्षेत्र के सेक्टर 8 में ज्ञान महाकुंभ का आयोजन कराया जा रहा है। देश भर से हजारों शिक्षक, शिक्षा विद, विचारक, समाज सेवी, छात्र छात्राएं मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय समेत कई राष्ट्रीय नेता मौजूद रहेंगे।
Source : Agency