Friday, 20 September

नई दिल्ली दुनियाभर के देशों को केंद्रीय बैंक अपने खजाने में सोने की मात्रा बढ़ा रहे हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इन बैंकों ने इस साल के पहले छह महीने में ही 483 टन सोना खरीद लिया है जो अब तक का रेकॉर्ड है। यह पिछले साल के मुकाबले 5% अधिक है। पिछले साल इन बैंकों ने साल की पहली छमाही में 460 टन सोना खरीदा था। 2024 की दूसरी तिमाही में इन बैंकों ने 183 टन सोना खरीदा जो कि पिछले साल के मुकाबले छह फीसदी अधिक है। हालांकि यह इस साल की पहली तिमाही के मुकाबले 39% कम है। जनवरी-मार्च तिमाही में केंद्रीय बैंकों ने 300 टन सोना खरीदा था।

साल की दूसरी तिमाही में सबसे ज्यादा गोल्ड खरीदने के मामले में नेशनल बैंक ऑफ पोलैंड और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया संयुक्त रूप से पहले नंबर पर रहे। इन दोनों बैंकों ने 19-19 टन सोने की खरीदारी की। तुर्की 15 टन गोल्ड खरीदकर तीसरे नंबर पर रहा। तुर्की का सेंट्रल बैंक साल के पहले छह महीने में 45 टन सोना खरीद चुका है। जॉर्डन, कतर, रूस, उजबेकिस्तान, किर्गीजस्तान इराक और चेक रिपब्लिक के केंद्रीय बैंकों ने भी दूसरी तिमाही में काफी सोना खरीदा। दूसरी ओर चीन के सेंट्रल बैंक ने सोने की खरीदारी कम कर दी है।

सोने की कीमत कई कारणों से गोल़्ड मार्केट प्रभावित हो रहा है। इनमें यूएस डॉलर का मूवमेंट, महंगाई, गोल्ड जूलरी की डिमांड शामिल हैं। सेंट्रल बैंकों द्वारा बड़े पैमाने से खरीद से भी सोने की कीमत में तेजी आई है। गोल्ड माइनिंग कंपनियों का उत्पादन प्रभावित होने से भी सोने की कीमत प्रभावित होती है। सोने का उत्पादन करने वाले देशों में चीन, ऑस्ट्रेलिया, रूस, कनाडा और अमेरिका शामिल हैं। MCX पर गोल्ड अभी 91 रुपये की गिरावट के साथ 71,520 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर ट्रेड कर रहा है। पिछले सत्र में यह यह 71,611 रुपये पर बंद हुआ था और आज 71,582 रुपये पर खुला।

Source : Agency

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