बेगूसराय.
बेगूसराय में कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। नगर निगम आवारा कुत्तों को पकड़ने में निष्क्रिय बना हुआ है, जिससे बेगूसराय के लोगो में ना सिर्फ नाराजगी है बल्कि डर का भी माहौल बना हुआ है। बेगूसराय में बृहस्पतिवार को लगभग चालीस से पैतालीस लोगों को आवारा कुत्तों ने अपना निशाना बनाया है। सरकारी आंकड़ों के हिसाब से कुत्ते के काटने से बेगूसराय सदर अस्पताल में दो पुलिस कर्मी सहित कुल 25 लोगों का इलाज किया गया है।
बृहस्पतिवार को सुबह से कुत्ता काटने के मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने लगी। शाम होते-होते यह संख्या अप्रत्याशित हो गई। इस संबंध में अस्पताल के डॉक्टर चंदन कुमार चौधरी ने बताया कि बेगूसराय में बृहस्पतिवार को कुल 25 कुत्ता काटने के मरीज का इलाज किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि बरसात के मौसम में सड़क किनारे सड़ी गली चीज या इनफेक्टेड चीज खाने से कुत्तों की ऐसी हालत होती है, जिस वजह से वह लोगों को काटने लगते हैं। हालांकि इससे बचाव के लिए बेगूसराय अस्पताल में रैबीज की दवा मौजूद है। वही कुत्ता काटने के बाद सदर अस्पताल पहुंचे मरीज परेशान और डरे सहमे नजर आए। अधिकतर मरीजों का कहना था कि वह अपने काम या घरेलू सामान की खरीद बिक्री के लिए घर से बाहर निकले थे तभी अनायास कुत्ते ने उन पर हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
मेयर के उदासीन रवैये से हैं लोग परेशान कुछ मरीजों का कहना है कि कई आवारा कुत्ते इतने खतरनाक होते है कि वह जहां काटते हैं, वहां से शरीर का मांस नोच लेते हैं। इतना ही नहीं, कुत्ते इतना शातिर होते हैं कि वह अनायास ही शरीर के विभिन्न हिस्सों को अपना निशाना बना लेते हैं। फिलहाल बेगूसराय की गलियों में खतरनाक कुत्तों से लोग सहमे हुए हैं और बेगूसराय मेयर को कोस रहे हैं। उनका कहना है कि नगर निगम मेयर को इनसब समस्याओं से कोई मतलब नहीं है।
Source : Agency
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