Thursday, 9 January

दुबई
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने हाल ही में खत्म हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की पिच रेटिंग जारी की है। इसमें पांच टेस्ट मैचों में से चार मैदानों को सबसे ऊंची रेटिंग “बहुत अच्छी” दी गई है। बहुत अच्छी रेटिंग पर्थ स्टेडियम, एडिलेड ओवल, गाबा और मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड को मिली। जबकि संतोषजनक रेटिंग सिडनी क्रिकेट ग्राउंड को मिली (जहां अंतिम टेस्ट खेला गया)। 2023 में आईसीसी ने अपनी पिच रेटिंग प्रणाली को सरल बनाया और इसे चार श्रेणियों में बांटा था: बहुत अच्छा, संतोषजनक, अंसतोषजनक और अनफिट।

अगर किसी मैदान को “असंतोषजनक” या “अनफिट” रेटिंग मिलती है, तो उसे डिमेरिट पॉइंट दिए जाते हैं। अगर पांच साल में कोई मैदान 5 डिमेरिट पॉइंट हासिल कर लेता है, तो वहां अंतर्राष्ट्रीय मैच कराने पर रोक लगाई जा सकती है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के हेड ऑफ क्रिकेट ऑपरेशन्स, पीटर रोच ने आईसीसी की रेटिंग पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट की खासियत बनाए रखने के लिए पिचों की विविधता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हम पिचों की गुणवत्ता से बहुत खुश हैं और मैदानकर्मियों के प्रयासों की सराहना करते हैं। हम ऐसी पिच तैयार करते हैं जो मैदान की विशेषताओं को उभारें, न कि सिर्फ घरेलू टीम के अनुकूल हों। हम चाहते हैं कि बल्लेबाज और गेंदबाज के बीच एक अच्छा मुकाबला हो और मैच का नतीजा निकले।”

उन्होंने यह भी बताया कि सिडनी की पिच को उसके विशेष गुण, जैसे शुरुआती तेजी और उछाल, वापस दिलाने की कोशिश की जा रही है। इस साल इसमें सुधार देखा गया और यह 2025-26 की एशेज सीरीज के लिए सकारात्मक संकेत है। रोच ने जोर दिया कि प्रमुख मैदानों पर प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना फायदेमंद है। इससे न केवल क्यूरेटर्स को अलग-अलग मौसम में पिच तैयार करने की समझ मिलती है, बल्कि खिलाड़ियों को भी टेस्ट मैचों के लिए बेहतर तैयारी का मौका मिलता है। उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया ने इन मैदानों पर हुई पांच मैचों की सीरीज में भारत के खिलाफ 3-1 से जीत दर्ज की थी। भारतीय टीम पर्थ में पहला टेस्ट मैच जीतने के बाद बाकी बचे हुए चार टेस्ट मैचों में तीन मुकाबले हारी थी।

 


Source : Agency

Share.
Exit mobile version