Monday, 16 December

भागलपुर
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि उनकी हिन्दू स्वाभिमान यात्रा दंगा करने के लिए नहीं, बल्कि दंगा रोकने के लिए निकाली जा रही है। भागलपुर में यात्रा की शुरुआत पर जिला स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में गिरिराज सिंह ने कहा कि जब हम धर्म की रक्षा करते हैं तो धर्म भी हमारी रक्षा करती है। उन्होंने कहा कि जब तक सनातनी संगठित हैं, तभी तक भारत में लोकतंत्र सुरक्षित है।

गिरिराज की यात्रा को विपक्ष के साथ-साथ जेडीयू ने भी माहौल खराब करने की कोशिश बताया था, जिसके बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने साफ किया था कि ये गिरिराज सिंह की निजी यात्रा है। दिलीप जायसवाल खुद किशनगंज के रहने वाले हैं और बिहार विधान परिषद में पूर्णिया-अररिया-किशनगंज स्थानीय निकाय सीट से एमएलसी हैं। गिरिराज की यात्रा सीमांचल के नाम से मशहूर इसी इलाके से गुजरेगी।

गिरिराज सिंह के कार्यक्रम में यूपी और बिहार के एक-एक भाजपा विधायक पहुंचे हैं लेकिन पूरा मंच साधु-संतों से भरा है। यात्रा पर निकलने से पहले गिरिराज ने भागलपुर के बूढ़ानाथ मंदिर में स्वामी दीपांकर के साथ पूजा-अर्चना की। गिरिराज पूजा-पाठ के बाद जिला स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे जहां स्वामी दीपांकर, उत्तर प्रदेश की मांठ (मथुरा) सीट से भाजपा विधायक राजेश चौधरी और सीतामढ़ी के भाजपा विधायक मिथिलेश कुमार समेत बड़ी संख्या में साधु-संत भी नजर आए। कार्यक्रम के बाद गिरिराज, स्वामी दीपांकर और अन्य लोग रथ पर सवार होकर भागलपुर शहर में भ्रमण करते हुए आगे के सफर पर बढ़ेंगे।
 
गिरिराज ने अपने भाषण में कहा कि यह यात्रा संगठित हिन्दू, सुरक्षित हिंदू के ध्येय के साथ संतों की अगुआई में चलेगी। उन्होंने कहा कि कि म्यांमार में रोहिंग्या के साथ कुछ होता है तो मुंबई के पेट दर्द होता है। उन्होंने पाकिस्तान और बांग्लादेश के हिन्दुओं की घट रही आबादी की चर्चा करते हुए कहा कि भागलपुर, अररिया और किशनगंज में भी हमारी संख्या घट गई है। उन्होंने कहा कि अब हिन्दुओं की पूजा पद्धति पर आंख गड़ाया जा रहा है। असदुद्दीन ओवैसी की चर्चा करते हुए सिंह ने कहा कि जब ओवैसी जैसे लोग बोलते हैं तो पीड़ा होती है।

भागलपुर से गिरिराज की हिन्दू स्वाभिमान यात्रा की फोटो गैलरी
सभा में स्वामी दीपांकर ने कहा कि हिन्दू स्वाभिमान यात्रा किसी के विरोध में नहीं बल्कि अपनों को जोड़ने के लिए निकाली गई है। दीपांकर ने बहराइच हिंसा की चर्चा करते हुए कहा कि राम गोपाल मिश्रा को मार दिया तो किसी ने कुछ नहीं बोला लेकिन आरोपियों के पैर में पुलिस ने गोली मारी तो राजनीति शुरू हो गई। स्वामी दीपांकर ने हजार से ज्यादा लोगी की मौत का कारण बने 1989 के भागलपुर दंगे का जिक्र किया और कहा कि आप अपने धर्म की रक्षा के लिए एकजुट हुए। उन्होंने कहा कि आजकल खाने में थूका जा रहा है, इसलिए बाजार में जो खाते हैं, उस पर ध्यान दीजिए।


Source : Agency

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