भोपाल
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि जेल के अंदर सुधारात्मक सेवाओं के साथ ही जेल के बाहर भी समाज सुधार के प्रयासों की पहल की जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की है कि अपराधों की प्रकृति, परिस्थतियों और स्वरूप के विश्लेषण से प्राप्त जानकारियों के आधार पर समाज के साथ संवाद के कार्यक्रम तैयार करे। अपराध घटित नहीं हो, इस दिशा में सामुदायिक जनजागृति के प्रयास किए जाने चाहिए।
राज्यपाल श्री पटेल राजभवन में गृह, विधि, जेल विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे थे। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने जेल में शिक्षा, स्वास्थ्य और आध्यात्मिकता के द्वारा बंदियों को सुधारने और पुनर्वासित करने के प्रयासों की जानकारी ली। उन्होंने समाज के वंचित वर्गों के प्रति व्यवस्थाओं की संवेदनशीलता पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि समाज में आपराधिक प्रवृतियों के नियंत्रण के लिए कानून एवं व्यवस्थागत प्रयासों के समानांतर समरस सामाजिक चेतना के लिए कोशिश की जानी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की है कि विभाग द्वारा सामाजिक कार्यकर्ताओं, सामुदायिक और आध्यात्मिक नेतृत्व को जोड़ कर वातावरण निर्माण के प्रयास किए जाने चाहिए।
बैठक में जनजातीय प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री दीपक खाण्डेकर, राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव श्री के. सी. गुप्ता, महानिदेशक जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं श्री जी. पी. सिंह, सचिव गृह श्री गौरव राजपूत, राज्यपाल के अपर सचिव श्री उमाशंकर भार्गव, जनजातीय प्रकोष्ठ की सचिव श्रीमती जमुना भिड़े और सदस्य उपस्थित थे।
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