Sunday, 5 January

नई दिल्ली
रोहित शर्मा के सिडनी टेस्ट मैच से ‘ड्रॉप या ऑप्ट’ वाले मसले पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर का भी बयान सामने आया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि रोहित शर्मा को ड्रॉप किया जाना कोई अपराध नहीं है, क्योंकि उनकी फॉर्म बहुत ज्यादा खराब रही है। मार्क टेलर ने ये भी दावा किया है कि टीम मैनेजमेंट भले ही यह बात कबूल नहीं कर रहा कि उनको ड्रॉप किया गया है, लेकिन सच्चाई यही है, क्योंकि कोई भी कप्तान सीरीज के निर्णायक मैच में खुद को बाहर नहीं रखता। इस समय सीरीज में ऑस्ट्रेलिया 2-1 से आगे है।

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने कहा कि एक कप्तान निर्णायक टेस्ट में बाहर रहने का फैसला नहीं करता और रोहित को खराब फॉर्म के कारण बाहर किया गया है। मार्क टेलर ने ‘ट्रिपल एम क्रिकेट’ पर कहा, ‘‘यह एक बार फिर मुद्दे से भटकने जैसा है। किसी टीम का कप्तान सीरीज के आखिरी टेस्ट के लिए खुद को आराम नहीं देता या बाहर नहीं रखता। वह भी निर्णायक टेस्ट में। इसमें कोई शक नहीं कि उन्हें बाहर किया गया है। वे सिर्फ बता नहीं रहे हैं। इसके मायने यह नहीं हैं कि वह हमेशा के लिए बाहर हैं। खराब फॉर्म में होने के कारण वह बस इस टेस्ट मैच से बाहर हैं और यह कोई अपराध नहीं है। दुर्भाग्य से यह प्रोफेशनल स्पोर्ट है।’’

मेलबर्न में खेला गया बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच रोहित शर्मा का आखिरी टेस्ट कहा जा रहा था और अब ये सच साबित होता नजर आ रहा है। भारतीय टीम के लिए सिडनी टेस्ट मैच में कप्तान के तौर पर जसप्रीत बुमराह नजर आए। रोहित शर्मा टीम शीट में भी नहीं थे। भारत का अगला टेस्ट जून में है। अगर भारतीय टीम डब्ल्यूटीसी फाइनल 2025 में भी पहुंच जाए तो भी 11 जून से मुकाबला है। ऐसे में अगले 6 महीने वे रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेलेंगे। रोहित शर्मा लगातार टेस्ट क्रिकेट में फेल रहे हैं और यही कारण है कि वे अब टेस्ट टीम से बाहर हैं।


Source : Agency

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